टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2022) के सेमीफाइनल में भारतीय टीम (Indian Cricket Team) को मिली करारी हार के बाद काफी सवाल उठे। टीम की रणनीति और कॉम्बिनेशन पर काफी सवाल उठाए गए। इस दौरान युजवेंद्र चहल (Yuzvendra Chahal) को किसी भी मैच में ना खिलाना सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बना रहा। पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने भी टीम मैनेजमेंट की इस सोच पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि युजवेंद्र चहल जैसे गेंदबाज को बाहर बैठाकर रखा गया और इसके बारे में हेड कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा ही बता सकते हैं कि उन्होंने आखिर ऐसा क्यों किया।
युजवेंद्र चहल की बात करें तो उन्हें इस बार टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम में चुना गया था लेकिन एक भी मैच खेलने का मौका उन्हें नहीं मिला। सबका यही मानना था कि चहल को इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में खेलने का मौका मिल सकता है क्योंकि लेग स्पिनर यहां पर बेहतरीन गेंदबाजी करते हैं। हालांकि ऐसा नहीं हुआ और अश्विन और अक्षर पटेल को ही खिलाया गया। हालांकि ये दोनों ही स्पिनर प्रभाव नहीं डाल पाए और टीम इंडिया बुरी तरह हार गई।
कई सारे पूर्व क्रिकेटरों का मानना था कि युजवेंद्र चहल को खिलाना चाहिए था। इसकी वजह ये थी कि ऑस्ट्रेलिया में बाउंड्री लंबी थी और वहां पर चहल को काफी फायदा मिल सकता था। शादाब खान, आदिल रशीद और वनिंदू हसरंगा ने काफी सफलता ऑस्ट्रेलिया की पिचों पर हासिल की थी। जबकि भारतीय टीम ने अपने दोनों फिंगर स्पिनर पर ही भरोसा जताया।
युजवेंद्र चहल को ना खिलाना सबसे बड़ी गलती थी - मोहम्मद कैफ
स्पोर्ट्सकीड़ा से खास बातचीत में मोहम्मद कैफ ने युजवेंद्र चहल को ना खिलाने को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
लेग स्पिनर्स का रोल काफी अहम होता है और हर एक टीम लेग स्पिनर्स को खिलाती है। चाहे वो इंग्लैंड हो, ऑस्ट्रेलिया या फिर साउथ अफ्रीका की टीम ही क्यों ना हो। अगर आप आईसीसी की गेंदबाजी रैंकिंग को देखेंगे तो पता चलेगा कि चार से पांच लेग स्पिनर टॉप-10 का हिस्सा हैं। फिंगर स्पिनरों को ऑस्ट्रेलिया में ज्यादा मदद नहीं मिलती है। वहां पर बाउंस होता है और इसी वजह से रिस्ट स्पिनर प्ले में आते हैं। चहल को ना खिलाना काफी बड़ी गलती है और केवल रोहित और द्रविड़ ही बता सकते हैं उन्होंने ऐसा क्यों किया।