इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने सेमीफाइनल मुकाबले में टीम इंडिया (Indian Cricket Team) को मिली हार को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि अगर इस मैच में भारतीय टीम रनों का पीछा कर रही होती तो फिर उन्हें ज्यादा अच्छी तरह से पता होता कि किस तरह से बल्लेबाजी करनी है। नासिर हुसैन के मुताबिक जितने भी प्लेयर टीम के पास हैं उनमें टैलेंट की कमी नहीं है लेकिन बल्कि मसला माइंडसेट का है।
भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में पहले बैटिंग करते हुए खराब शुरुआत की। टीम इंडिया को पावरप्ले में संघर्ष करते हुए देखा गया। ना तो रन बने और ना ही विकेट भारतीय टीम बचा पाई। कप्तान रोहित शर्मा ने 27 रन बनाने के लिए 28 गेंदों का सामना किया। वहीं केएल राहुल भी सस्ते में आउट हो गए। यही वजह रही कि 10 ओवरों तक भारतीय टीम सिर्फ लगभग साढ़े छह के रन रेट से रन बनाती रही।
भारतीय प्लेयर्स के माइंडसेट में कमी है - नासिर हुसैन
डेली मेल में लिखे अपने कॉलम में नासिर हुसैन ने कहा 'भारतीय टीम के खिलाड़ी बुरे नहीं हैं लेकिन उनका माइंडसेट सही नहीं है। रोहित शर्मा सफेद गेंद की क्रिकेट के सबसे महान प्लेयर्स में से एक हैं। केएल राहुल दुनिया के टॉप-20 प्लेयर्स की लिस्ट में जरूर जगह बनाएंगे। इसके बाद विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पांड्या और ऋषभ पंत हैं। टीम में कई बेहतरीन वर्ल्ड क्लास टैलेंट हैं। इसी वजह से आप 10 ओवरों के बाद टी20 की पारी में वो भी सेमीफाइनल मैच में सिर्फ 66 रन नहीं बना सकते हैं।'
नासिर हुसैन ने आगे लिखा 'बटलर ने भारतीय टीम को दुविधा में डाले रखा कि वो किस तरह से खेलें। अगर भारतीय टीम किसी बड़े स्कोर का पीछा कर रही होती तो फिर वो तेजी से रन बनाते लेकिन उन्हें यहां पर पता ही नहीं चला कि एक अच्छा स्कोर क्या हो सकता है।'