टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2022) के सेमीफाइनल में मिली हार के बाद हर कोई अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है। नॉकआउट मुकाबलों में आकर ही टीम को हार क्यों मिलती है ये सवाल सबके मन में उठ रहा है। पूर्व दिग्गज क्रिकेटर रॉबिन उथप्पा (Robin Uthappa) ने कहा है कि इस बारे में गंभीरता से सोचना होगा कि फिनिश लाइन पर आकर भारतीय टीम बार-बार क्यों चूक जाती है।
पिछले कई सालों से नॉकआउट मुकाबलों में टीम इंडिया का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। वहीं दिग्गज खिलाड़ी भी सेमीफाइनल या फाइनल में आकर फ्लॉप होते रहे हैं। टीम 2014 के वर्ल्ड टी20 के फाइनल में पहुंची थी लेकिन श्रीलंका से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वहीं 2015 के वर्ल्ड कप में टीम सेमीफाइनल में हार गई थी। 2016 के टी20 वर्ल्ड कप में भी टीम सेमीफाइनल में हार गई थी। 2017 के चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भी उन्हें पाकिस्तान से बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा 2019 के वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में भी टीम को हार मिली थी। 2021 के टी20 वर्ल्ड कप से टीम पहले ही दौर से बाहर हो गई थी। अब 2022 में भी टीम इंडिया एक बार फिर सेमीफाइनल में आकर हार गई। इसके बाद टीम पर काफी सवाल उठ रहे हैं।
हमें देखना होगा कि हम आखिर में आकर क्यों चूक जाते हैं - रॉबिन उथप्पा
स्पोर्ट्सकीड़ा से खास बातचीत में रॉबिन उथप्पा ने टीम इंडिया को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा,
टीम और लीडरशिप ग्रुप को इस बारे में सोचना होगा कि इतना करीब आने के बाद हम गलती कैसे कर देते हैं। हम आखिर में आकर क्यों गलती कर देते हैं खासकर सेमीफाइनल मुकाबले में, इसके बारे में सोचना होगा। अगर हम फाइनल में पहुंचे और वहां पर हार जाएं तब भी आप कह सकते हैं कि हमारा टूर्नामेंट अच्छा रहा। लेकिन जब आप सेमीफाइनल में पहुंचते हैं और जिस तरह का पोटेंशियल हमारे पास है और आप चाहते हैं कि भारत वर्ल्ड कप जीते।