नामीबिया के खिलाफ टी20 मुकाबले में भारतीय टीम टीम के खिलाड़ी भुजाओं पर काली पट्टी बांधकर उतरे और यह किसी खास कारण से किया गया। प्रसिद्ध क्रिकेट कोच सिन्हा का दो दिन पहले निधन हो गया। उनको श्रद्धांजलि देने के लिए भारतीय खिलाड़ी काली पट्टी अपने हाथों में बांधकर मैदान पर उतरे।
तारक सिन्हा की उम्र 71 वर्ष थी। वह द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित थे और भारतीय टीम को कई टेस्ट क्रिकेटर उन्होंने दिए थे। कैंसर से जंग लड़ते हुए तारक सिन्हा का निधन को हो गया। बीसीसीआई ने भी ट्वीट करते हुए सिन्हा को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। टीम इंडिया को शिखर धवन, ऋषभ पन्त और आशीष नेहरा जैसे नाम उनकी कोचिंग के बाद ही मिले थे। खिलाड़ी उनको उस्ताद जी कहते थे।
नामीबिया के खिलाफ सुपर 12 चरण के अंतिम मुकाबले में भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया। नामीबिया की टीम को शुरुआत में कुछ झटके टीम इंडिया ने दिए लेकिन सम्मानजनक स्कोर खड़ा करने में यह टीम सफल रही। 8 विकेट पर 132 रन नामीबिया की टीम ने बनाए। भारत के लिए स्पिनरों ने बेहतरीन काम किया। रविन्द्र जडेजा और आर अश्विन ने 3-3 विकेट हासिल किये।
रवि शास्त्री का बतौर कोच अब काम खत्म हो गया है। इस मैच के बाद अब वह कोचिंग के लिए टीम इंडिया के साथ नहीं दिखेंगे। राहुल द्रविड़ के नाम का ऐलान पहले ही बीसीसीआई ने कर दिया है। इसके अलावा विराट कोहली के लिए भी बतौर कप्तान यह अंतिम मैच रहा, भारत ने नामीबिया को 9 विकेट से हरा दिया। कोहली ने वर्ल्ड कप से पहले ही कहा दिया था कि वह सबसे छोटे प्रारूप में इस मेगा इवेंट के बाद कप्तान नहीं रहेंगे। हालांकि भारत का प्रदर्शन उम्मीद के अनुरूप नहीं रहा। टीम सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो गई। हालांकि इसकी उम्मीद किसी ने नहीं की थी।