यूरोप के माल्टा में 10 से 12 जुलाई तक Mdina Cup 2023 का आयोजन किया गया, जिसमें तीन टीमों ने हिस्सा लिया। फ्रांस की टीम ने 4 मैचों में 3 जीत के साथ खिताब पर कब्ज़ा किया, वहीं मेजबान माल्टा 4 मैचों में 2 जीत के साथ दूसरे और लक्जमबर्ग की टीम 4 मैचों में सिर्फ 1 जीत के साथ आखिरी स्थान पर रही।
10 जुलाई को पहले मैच में फ्रांस ने पहले खेलते हुए 115 रन बनाये, जिसके जवाब में माल्टा की टीम 106 रन बनाकर ऑल आउट हो गई और 9 रनों से मुकाबला गंवाया। उस्मान खान (43 गेंद 58 एवं 3/26) को शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
10 जुलाई को ही दूसरे मैच में माल्टा ने पहले खेलते हुए 125/9 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में फ्रांस की टीम 121 रन ही बना सकी और 4 रनों से मुकाबला गंवाया। माल्टा के वसीम अब्बास (3/22) ने हैट्रिक ली और उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
11 जुलाई को तीसरे मैच में माल्टा ने पहले खेलते हुए 179/8 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में लक्जमबर्ग की टीम 137/9 का स्कोर ही बना सकी और 42 रनों से मुकाबला गंवाया। ज़ीशान खान को 64 गेंदों में 115 रनों की धुआंधार शतकीय पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
11 जुलाई को ही चौथे मैच में फ्रांस ने पहले खेलते हुए 177/5 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में लक्जमबर्ग की टीम 126 का स्कोर ही बना सकी और 51 रनों से मुकाबला गंवाया। शायन वरनाकुलसूर्या को सिर्फ 12 रन देकर 5 विकेट लेने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
12 जुलाई को पांचवें मैच में माल्टा ने पहले खेलते हुए 163/5 का स्कोर बनाया, जिसके जवाब में लक्जमबर्ग ने आखिरी गेंद पर 6 विकेट खोकर जीत दर्ज की। इलियास जबरखेल को एक विकेट लेने के अलावा 7 गेंदों में 16 रनों की नाबाद पारी खेलकर टीम को जीत दिलाने के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
12 जुलाई को ही छठे मैच में लक्जमबर्ग ने पहले खेलते हुए सिर्फ 110 रन बनाये, जिसके जवाब में फ्रांस ने 11.2 ओवर में ही सिर्फ एक विकेट खोकर नौ विकेट से जीत दर्ज की। फ्रांस के ओपनर गुस्ताव मैकियोन को 45 गेंदों में 82 रनों की धुआंधार पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।
सीरीज में गुस्ताव मैकियोन ने सबसे ज्यादा 204 रन बनाये, जिसमें 43, 79 और 82 के स्कोर शामिल रहे। गेंदबाजी में उस्मान खान ने सबसे ज्यादा 9 विकेट लिए। सीरीज का एकमात्र शतक माल्टा के ज़ीशान खान ने लगाया, वहीं पारी में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का रिकॉर्ड शायन वरनाकुलसूर्या (5/12) के नाम रहा।