स्कॉटलैंड में पैदा होने वाले माइक डेनिस ने अपने पूरे करियर में 28 टेस्ट मैच खेले थे, जिनमें से उन्होंने 12 में कप्तानी की थी। वह अपने खेलने के दिनों में उतने लोकप्रिय नहीं थे। जितने की वह बतौर मैच रेफरी रहते हुए सचिन पर गेंद टेम्परिंग का आरोप लगाने के बाद हो गये थे। पोर्ट एलिज़ाबेथ में हुए साल 2001-02 में दक्षिण अफ्रीका से दूसरे टेस्ट मैच में उन्होंने ये आरोप सचिन पर लगाये थे। लेकिन फैन्स को ये बात पसंद नहीं आई और उन्होंने डेनिस के इन आरोपों को नस्लीय भेदभाव की वजह बताया। उन्होंने कप्तान गांगुली को निलम्बित भी कर दिया था। इस स्टार बल्लेबाज़ के सपोर्ट में तब बीसीसीआई भी आ गया, जिसके बाद आखिरी टेस्ट के लिए डेनिस को बतौर मैच रेफरी हटा दिया गया। टीम जब वापस देश में आई तो समर्थकों ने डेनिस के पुतले फूंके। सचिन के साथ उनके इस बर्ताव के लिए आईसीसी ने डेनिस को दोबारा मैच रेफ्री नियुक्त नहीं किया।