भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 11 जनवरी को अपनी आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक में खुलासा किया है कि वीवो (Vivo) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के टाइटल स्पांसर के रूप में अपना नाम वापस ले लिया है और उनकी जगह अब नया टाइटल स्पांसर भारत का अपना टाटा (Tata) ग्रुप होगा।
गवर्निंग काउंसिल की बैठक के बाद, आईपीएल के अध्यक्ष बृजेश पटेल ने इस बात की पुष्टि की। बृजेश पटेल ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा,
वीवो ने अपना नाम वापस ले लिया है और और अब टाटा नया टाइटल स्पांसर होगा।
वीवो के पास लीग के साथ अपनी स्पॉन्सरशिप डील में अभी भी दो साल बाकी है लेकिन इस समय के दौरान टाटा नया टाइटल स्पांसर बना रहेगा। लीग को अब टाटा आईपीएल कहा जाएगा।
वीवो ने साल 2018 में आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप के राइट्स खरीदे थे। इसके लिए उन्हें बीसीसीआई को हर साल 440 करोड़ रुपये देने थे। वीवो का ये करार साल 2022 के आईपीएल तक था। लेकिन, बॉर्डर पर बढ़े भारत-चीन तनाव के चलते साल 2020 सीजन के लिए वीवो ने स्पॉन्सरशिप को छोड़ दिया था। उसकी जगह ड्रीम 11 आईपीएल को नया टाइटल स्पॉन्सर बनाया गया था। वीवो ने एक साल के बाद आईपीएल 2021 में फिर से वापसी की थी। साथ ही उसके करार को साल 2022 से बढाकर 2023 तक के लिए कर दिया गया था।
लखनऊ और अहमदाबाद को बीसीसीआई की तरफ से मिली मंजूरी
इसके अलावा आईपीएल की दो नई टीमों- लखनऊ फ्रेंचाइजी के लिए संजीव गोयनका के आरपीएसजी ग्रुप और सीवीसी कैपिटल की अहमदाबाद टीम को मंगलवार को बीसीसीआई से औपचारिक मंजूरी मिल गई है। इसके साथ ही बीसीसीआई ने दोनों नई टीमों को आईपीएल 2022 मेगा नीलामी से पहले खिलाड़ियों को साइन करने की समय सीमा भी बता दी है।
इन दोनों नयी फ्रेंचाइजी को मेगा नीलामी में शामिल होने से पहले खिलाड़ियों के पूल में से 3 खिलाड़ियों को चुनने की अनुमति होगी। ये वहीं खिलाड़ी होंगे, जिन्हें पुरानी 8 टीमों द्वारा रिलीज कर दिया गया था।