पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ ने इंग्लैंड दौरे पर भारत द्वारा टेस्ट सीरीज जीतने की उम्मीद जताई है। उन्होंने भारतीय टीम की तेज गेंदबाजी को देखते हुए यह बात कही है। श्रीमान भरोसेमंद बल्लेबाज के नाम से मशहूर इस पूर्व दिग्गज ने कहा कि 2007 में हमारे पास तेज गेंदबाजी आक्रमण मजबूत था और इस बार भी मामला कुछ उसी तरह का है। दैनिक जागरण की रिपोर्ट की मानें तो द्रविड़ ने कहा कि टेस्ट मुकाबलों में गेंदबाजों का अहम योगदान होता है और जीत दर्ज करने के लिए 20 विकेट झटकने की जरुरत होती है। 2007 में हमारी टीम के साथ बेहतरीन तेज गेंदबाज मौजूद थे और इस समय भी अच्छे गेंदबाज हैं। आगे उन्होंने कहा कि अगर भारतीय गेंदबाज पूरी तरह फिट रहेंगे तो टीम टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड को मात दे सकती है। इंग्लैंड की बात करते हुए द्रविड़ ने कहा कि उनके पास स्टुअर्ट ब्रॉड और जेम्स एंडरसन के रूप में बेहतरीन आक्रमण हैं। यह भी हो सकता है कि वहां उनकी मदद के लिए तेज पिच देखने को मिले। इन दोनों गेंदबाजों में मैच जिताने की क्षमता है। इसके अलावा बल्लेबाजी में उन्होंने कहा कि इस समय इंग्लैंड के बल्लेबाजों में निरंतरता की कमी है। गौरतलब है कि पाकिस्तान के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड की बल्लेबाजी बिखर गई थी और मेहमान टीम ने जबरदस्त गेंदबाजी का नजारा पेश किया था। इसके अलावा भारत के खिलाफ पहले टी20 में भी कुलदीप यादव ने उन्हें आत्मसमर्पण करने को मजबूर कर दिया था। यादव ने 24 रन देकर 5 विकेट झटके और भारत ने 8 विकेट से जीत दर्ज की थी। द्रविड़ की बातों पर गौर करने से पहले इंग्लैंड के इन दो मैचों के प्रदर्शन की तरफ नजर दौड़ाई जाए तो कहा जा सकता है कि उनकी लम्बी से लम्बी साझेदारी किसी भी समय तोड़कर मैच का पासा पलटा जा सकता है और टेस्ट क्रिकेट में साझेदारियां की अहम भूमिका निभाती है।