भारतीय टीम (Indian Cricket Team) ने दक्षिण अफ्रीका (South Africa Cricket Team) के खिलाफ तीसरे टी20 के लिए टीम में कई बदलाव किए लेकिन ये बदलाव टीम को भारी पड़ गए और काफी बड़े अंतर से भारत को हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद पूर्व क्रिकेटर डोडा गणेश ने टीम के ऊपर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि आखिर ये बदलाव करके आपको क्या हासिल हुआ? इतने सारे प्रयोग करने की क्या जरूरत थी?भारतीय टीम साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज पहले ही जीत चुकी थी। इसी वजह से तीसरे मुकाबले के लिए बेंच पर बैठे खिलाड़ियों को आजमाया गया। केएल राहुल और विराट कोहली को रेस्ट दिया गया और उनकी जगह पर श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत को मौका दिया गया। पंत से ओपन भी करवाया गया। इसके अलावा गेंदबाजी में सिराज और उमेश यादव को मौका मिला। हालांकि ये दोनों गेंदबाज काफी महंगे साबित हुए। ऋषभ पंत से ओपनिंग करवाना भी ज्यादा सफल साबित नहीं हुआ।भारतीय टीम का प्रयोग उनके ऊपर उल्टा पड़ गया - डोडा गणेशटीम को मिली हार के बाद पूर्व क्रिकेटर डोडा गणेश ने प्रयोग के लिए मैनेजमेंट पर सवाल उठाए। उन्होंने ट्वीट करके कहा 'ये प्रयोग टीम इंडिया को उल्टा पड़ गया। केएल राहुल और विराट कोहली निश्चित तौर पर टी20 वर्ल्ड कप की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा होंगे। मैं हैरान हूं कि उनकी जगह इस मैच में श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत को खिलाकर क्या हासिल हुआ। दिनेश कार्तिक फर्स्ट च्वॉइस कीपर हैं और इसी वजह से इस तरह के प्रयोग का कोई तुक ही नहीं बनता था।'ದೊಡ್ಡ ಗಣೇಶ್ | Dodda Ganesh@doddaganeshaSo the experiment has backfired. Wonder what India achieved by playing Iyer and Pant in this game in place of Rahul and Kohli who’re certainties in the Xl for the WC. DK is the first choice keeper. So this experiment technically made no sense #DoddaMathu #CricketTwitter #INDvSA21413So the experiment has backfired. Wonder what India achieved by playing Iyer and Pant in this game in place of Rahul and Kohli who’re certainties in the Xl for the WC. DK is the first choice keeper. So this experiment technically made no sense #DoddaMathu #CricketTwitter #INDvSAआपको बता दें कि गेंदबाजी भारत के लिए हर मैच में एक चिंता का सबब बनी हुई है। लगभग हर एक गेंदबाज काफी महंगा साबित हो रहा है। स्पिनर्स भी विकेट नहीं निकाल पा रहे हैं। टी20 वर्ल्ड कप से पहले ये अच्छा संकेत नहीं है।