ICC Cricketer of the Year: पिछले साल जिस भारतीय खिलाड़ी ने अपने प्रदर्शन से सबसे ज्यादा प्रभवित किया था, उनका नाम जसप्रीत बुमराह है। टेस्ट और टी20 फॉर्मेट में बुमराह ने एक के बाद एक कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए थे। यही वजह है कि अब आईसीसी द्वारा बुमराह को सबसे बड़े अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। दरअसल, जसप्रीत बुमराह को आईसीसी मेंस क्रिकेटर ऑफ द ईयर के लिए प्रतिष्ठित सर गारफील्ड सोबर्स अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।
इन खिलाड़ियों को बुमराह ने छोड़ा पीछे
मालूम हो कि इस अवॉर्ड को जीतने की रेस में बुमराह के अलावा जो रूट, हैरी ब्रूक और ऑस्ट्रेलिया के धाकड़ बल्लेबाज ट्रेविस हेड भी शामिल थे। बुमराह ने इन सभी को पीछे छोड़ते हुए इस अवॉर्ड को जीतने में कामयाबी हासिल की। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज बुमराह भारत की ओर से इस अवॉर्ड को जीतने वाले पांचवें भारतीय खिलाड़ी हैं।
उनसे पहले राहुल द्रविड़ (2008), सचिन तेंदुलकर (2010), रविचंद्रन अश्विन (2016) और विराट कोहली (2017, 2018) को भी आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुने जा चुके हैं। इस अवॉर्ड को जीतकर बुमराह ने साबित कर दिया है कि क्यों उनकी गिनती मौजूदा समय के सबसे सफल तेज गेंदबाज के तौर पर होती है।
गौरतलब हो कि 2024 में बुमराह ने भारतीय टीम को टी20 वर्ल्ड कप जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने टूर्नामेंट में 4.17 की शानदार इकॉनमी रेट से 15 विकेट हासिल किए थे और प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुने गए थे। रेड बॉल क्रिकेट में भी बुमराह ने अपनी गेंदबाजी से जमकर कहर बरपाया था। उन्होंने 13 मुकाबलों में 71 विकेट अपने नाम किए थे। वह 2024 टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में टॉप पर रहे थे।
बुमराह ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 32 विकेट झटके थे, जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज के खिताब से नवाजा गया था। 31 वर्षीय बुमराह आईसीसी टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड भी अपने नाम करने में कामयाब रहे। इन दो बड़े अवॉर्ड्स को जीतने के बाद निश्चित तौर पर बुमराह का हौसला काफी बढ़ेगा। इससे उन्हें भविष्य में और भी बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरणा मिलेगी।