Riyan Parag Education: श्रीलंका के खिलाफ टीम इंडिया ने पहला टी20 मुकाबला 43 रन से जीत कर दौरे का शानदार आगाज किया। इस मैच की शुरुआत से ही कुछ खिलाड़ी सोशल मीडिया पर काफी छाए रहे। इसमें रियान पराग का नाम सबसे आगे था। फैंस का मानना था कि उनकी प्लेइंग 11 में जगह नहीं बनती है। लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से सभी को गलत साबित किया। वह गेंद से टीम इंडिया के लिए जीत के हीरो साबित हुए। हाल ही में कप्तान सूर्यकुमार यादव ने भी एक्स फैक्टर वाला खिलाड़ी बताया था।
रियान पराग का मैच विनिंग प्रदर्शन
शुरुआत से ही रियान पराग को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। पहले उन्हें आईपीएल के कारण ट्रोल किया जाता था और अब टीम इंडिया में मौका मिलने पर भी सिलसिला जारी है। लेकिन इस बार उन्होंने अपने खेल से करारा जवाब दिया है। श्रीलंका के खिलाफ पहले टी20 मैच रियान भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे।
आखिरी के ओवर्स में कप्तान सूर्यकुमार यादव ने रियान पराग को पर गेंदबाजी का दांव लगाया, जो काम कर गया। रियान ने सिर्फ 1.2 ओवर यानी आठ गेंद फेंकी और इसमें 5 रन देकर तीन विकेट लिए। उन्होंने अपने इस प्रदर्शन से सभी को हैरान कर दिया।
कितने पढ़े-लिखे हैं रियान पराग
रियान पराग अपने खेल के साथ-साथ पर्सनल लाइफ को लेकर भी फैंस के बीच काफी सुर्खियों में रहते हैं। कई लोग उनकी पढ़ाई-लिखाई के बारे में भी जानना चाहते हैं। बता दें, रियान ने अपनी स्कूली पढ़ाई साउथ पॉइंट स्कूल, गुवाहाटी से पूरी की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रियान का पढ़ाई से ज्यादा क्रिकेट में मन लगता था, इसीलिए उन्होंने ज्यादा पढ़ाई नहीं की है।
माता-पिता का भी खेल से है नाता
रियान पराग का जन्म 10 नवंबर 2001 को असम के गुवाहाटी में हुआ था। रियान के माता-पिता भी खेल से जुड़े हैं। रियान के पिता पराग दास ने असम के लिए 43 प्रथम श्रेणी मैच और 32 लिस्ट ए मैच खेले हैं। वह असम के लिए सलामी बल्लेबाज थे। रियान की मां मिठू बरूआ, 50 मीटर फ्रीस्टाइल में एक पूर्व राष्ट्रीय रिकॉर्ड रखने वाली तैराक हैं, जिन्होंने एशियाई चैंपियनशिप और SAF खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। रियान ने कम उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। वह 12 साल की उम्र में असम अंडर-16 टीम का हिस्सा थे। वहीं, 16 साल की उम्र में उन्होंने अपने रणजी करियर की शुरुआत कर दी थी।