भारतीय टीम में नंबर 4 के बल्लेबाज को लेकर टीम मैनेजमेंट के साथ चयन समिति भी चिंतित है : एमएसके प्रसाद

Rahul

भारतीय टीम ने इस साल एकदिवसीय मुकाबलों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। साल की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में जीत उसके बाद चैंपियंस ट्रॉफी में फाइनल तक का सफ़र, फिर वेस्टइंडीज, श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज जीतना, टीम के बेहतरीन प्रदर्शन को दर्शाता है लेकिन इस शानदार प्रदर्शन के बीच अगर भारतीय टीम के लिए चिंता करने वाली बात रही, तो वह नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने वाले बल्लेबाज की रही। जिसको लेकर लगातार टीम मैनेजमेंट ने एक के बाद एक बदलाव किये हैं लेकिन नतीजा अभी तक सामने नहीं आया।

विश्वकप 2015 से भारतीय टीम ने तक़रीबन 10 से अधिक बल्लेबाजों को नंबर 4 पर बल्लेबाजी के मौके दिए हैं, जिसमें दिग्गज ख़िलाड़ी युवराज सिंह, एमएस धोनी और खुद कप्तान कोहली शामिल रहे और साथ ही युवा बल्लेबाजों में मनीष पांडे, केएल राहुल, केदार जाधव शामिल रहे लेकिन कोई भी बल्लेबाज इस नम्बर पर खरा नहीं उतर पाया। चयन समिति ने भी लगातार इस बल्लेबाजी क्रम को लेकर टीम में बदलाव किये और सही विकल्प की अभी भी तलाश जारी है। चयन समिति के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने इस विषय पर कहा कि टीम मैनेजमेंट और चयन समिति दोनों ही इस क्रम को लेकर चिंतित है और इसलिए हम 2019 विश्व कप से पहले लगातार बदलाव किये जा रहे हैं और इस क्रम को लेकर हम विश्वकप से पहले फैसला ले लेंगे।

एमएसके प्रसाद ने आगे कहा कि हम भारत 'ए' में भी बल्लेबाजों पर लगातार नजर रखे हुए हैं। अगर कोई भी बल्लेबाज बेहतरीन प्रदर्शन करता है, तो इस क्रम के लिए हम उसे मौका जरुर देंगे। जब तक हमें इस क्रम के लिए उम्दा बल्लेबाज नहीं मिल जाता, हम लगातार बदलाव करते रहेंगे। गौरतलब है कि पिछले कुछ सीरीज से भारत ने नंबर 4 पर बहुत से बल्लेबाजों को मौका दिया है। हाल ही में युवराज सिंह, केएल राहुल और मनीष पांडे इस क्रम पर फ्लॉप होते हुए नजर आये। उनके फ्लॉप होने के बाद न्यूज़ीलैंड सीरीज के लिए अनुभवी दिनेश कार्तिक को इस क्रम पर बल्लेबाजी का मौका दिया गया है। 2019 विश्वकप की तैयारियों को देखते हुए भारतीय टीम लगातार अपने खिलाड़ियों को मौका दे रही है और खास तौर पर नंबर 4 के स्थान पर। इस स्थान को कौन सा बल्लेबाज आने वाले समय में अपने बेहतरीन प्रदर्शन से भर पाता है, यह भी देखना दिलचस्प रहेगा।