हाल के समय यो-यो टेस्ट को लेकर काफी विवाद देखने को मिल रहा है। टीम मैनेजमेंट ने भले ही भारतीय टीम में चयन के लिए इस टेस्ट को पास करना अनिवार्य बना दिया है, लेकिन अभी भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या टीम में चयन के लिए इस टेस्ट की जरूरत है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रशासकों की समिति के अध्यक्ष विनोद राय ने साफ कर दिया है कि यो-यो टेस्ट के परिणाम को सार्वजनिक करना का फैसला पूरी तरह से टीम मैनेजमेंट ही लेगी। CricketNext के साथ बातचीत में विनोद राय ने कहा, "यो-यो टेस्ट मेरे हाथ में नहीं है। टीम मैनेजमेंट ही इस बात का फैसला करेगी कि खिलाड़ियों के रिजल्ट को पब्लिक के बीच में रिलीज किया जाए या नहीं। यह मेरे हाथ में नहीं है और मैं इसमें दखल भी नहीं दूंगा। इससे पहले भारतीय टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने भी इंग्लैंड जाने से पहले साफ कर दिया था कि यो-यो टेस्ट रहने वाला है और इसमें कोई बदलाव नहीं होगा। अगर खिलाड़ी इस टेस्ट को पास करते हैं, तो वो खेलेंगे, नहीं तो वो बाहर। इसके साथ ही उन्हें इसमें कप्तान विराट कोहली का भी पूरा समर्थन है, जोकि खुद भी फिटनेस पर काफी जोर देते हैं। बीसीसीआई कोषाध्यक्ष अनिरुद्द चौधरी ने सीओए को यो-यो टेस्ट को लेकर लैटर भी लिखा था, जिसके बाद विनोद राय ने क्रिकेट ऑपरेशन के जनरल मैनेजर सबा करीम से यो-यो टेस्ट के बारे में पूरी जानकारी मांगी थी। हाल ही में मोहम्मद शमी, अंबाती रायडू और संजू सैमसन को यो-यो टेस्ट में फेल होने के कारण टीम में अपनी जगह गंवानी पड़ी थी। सैमसन इंग्लैंड दौरे पर गई भारत ए टीम का हिस्सा थे, तो मोहम्मद शमी को अफगानिस्तान टीम के खिलाफ हुए एकमात्र टेस्ट में हिस्सा होना था। दूसरी तरफ अंबाती रायडू ने आईपीएल में शानदार प्रदर्शऩ करते हुए एकदिवसीय टीम में वापसी की थी, लेकिन टेस्ट में फेल होने के कारण उन्हें बाहर होना पड़ा।