मुझे राज सिंह डूंगरपुर ने 10वीं की पढ़ाई पर ध्यान देने को कहा था: सचिन तेंदुलकर

Rahul

भारतीय क्रिकेट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष और चीफ सेल्क्टर राज सिंह डूंगरपुर का निधन साल 2009 में हुआ था। उनकी मृत्यु के बाद भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट क्लब ऑफ़ इंडिया को सीसीआई में एक गेट बनाने का आग्रह किया था। डूंगरपुर ने सचिन के करियर में अहम किरदार निभाया था, उन्होंने सचिन को भारत के लिए चुना, जब वह 1989 में चयनकर्ता थे।

राज सिंह डूंगरपुर की मृत्यु के 8 साल बाद सचिन का सपना पूरा हुआ और सीसीआई में एक गेट की स्थापना उनके नाम से की गई। इस गेट के अनावरण के लिए खुद सचिन तेंदुलकर मौजूद रहे। सचिन ने सीसीआई का धन्यवाद करते हुए डूंगरपुर के किरदार को भारतीय क्रिकेट के प्रति याद किया। उन्होंने कहा कि राज भाई सभी युवा खिलाड़ियों के गुरु के समान थे। वह सीसीआई की धड़कन थे और उनके नाम पर क्लब में गेट होना, उनके लिए सबसे बड़ा ट्रिब्यूट है। जहाँ से सभी क्रिकेटर मैदान में अन्दर आते हैं, उस गेट का नाम राज भाई के नाम पर है, इससे बड़ी सम्मान की बात और नहीं हो सकती।

सचिन ने अपने चयन को लेकर भी कहा कि मैं मुंबई की रणजी टीम में सेलेक्ट हो गया था और उस समय राज भाई भारतीय चयन समिति के चेयरमैन थे। मैंने उस सत्र में बहुत रन बनाये थे और आम तौर पर यही चर्चा चल रही थी कि सचिन को वेस्टइंडीज के दौरे पर भेजा जाना चाहिए या नहीं। हम जब दिल्ली के खिलाफ वानखड़े मैदान में सेमीफाइनल मुकाबला खेल रहे थे, तो राज भाई मेरे पास आये और उन्होंने कहा कि तुम वेस्टइंडीज नहीं जा रहे हो। तुम इस मैच के बाद अपनी पढ़ाई पर ध्यान दो लेकिन मैं तुम्हे बता देना चाहता हूँ, अगर तुम इसी तरह क्रिकेट खेलते रहे तो वह दिन दूर नहीं जब तुम भारत के लिए खेलते हुए नजर आओगे। उनका कहना सच रहा, मैं भारत के लिए उसी साल नवंबर में खेला।

सचिन के करियर में अहम किरदार निभाने वाले राज सिंह डूंगरपुर के नाम पर अब क्रिकेट क्लब ऑफ़ इंडिया ने एक गेट स्थापित किया है। सचिन को पाकिस्तान दौरे के लिए चुनने वाले डूंगरपुर ही थे, उसके बाद सचिन के करियर को हर एक क्रिकेट प्रेमी अच्छे से जानता है। सचिन ने अनावरण के दौरान राज सिंह डूंगरपुर की क्रिकेट के प्रति योगदान को लेकर ख़ुशी जाहिर की।