सचिन तेंदुलकर ने बीसीसीआई से की नेत्रहीन खिलाड़ियों को मान्यता देने की अपील

महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से अपील की है कि नेत्रहीन क्रिकेटरों की संस्था क्रिकेट एसोसिएशन फ़ॉर ब्लाइंड इन इंडिया (सीएबीआई) के अपने अंतर्गत शामिल कर ले और खिलाड़ियों को बोर्ड पेंशन स्कीम के तरह पेंशन भी दे। तेंदुलकर ने कमिटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर के अध्यक्ष विनोद राय से लिखित में अपील की है कि सीएबीआई को बीसीसीआई मान्यता दिया जाए। उन्होंने यह अपील उस समय की है जब भारतीय टीम ने पाकिस्तान 2 विकेट से हराकर नेत्रहीन विश्वकप पर कब्जा जमाया है। सचिन तेंदुलकर ने पत्र में लिखा "हम टीम द्वारा लगातार चौथी बार विश्वकप जीत की खुशी मना रहे हैं, ऐसे में मैं आपसे अपील करता हूँ कि बीसीसीआई सीएबीआई को मान्यता प्रदान करे। " क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर का मानना है कि टीम जिस तरह जीवन की कठनाईयों को पर कर प्रदर्शन कर रही है वो हम सभी के लिये प्रेरणा का स्रोत है और यह इंसान के दिमाग की मजबूती को भी दर्शाता है। इससे पहले सीओए के अध्यक्ष विनोद राय ने भी विश्वकप जीत के बाद कहा था कि विजेता खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के लिए बीसीसीआई सम्मानित करेगी। बीसीसीआई अगर इन खिलाड़ियों को मान्यता देती है तो भारतीय खेल इतिहास में वह गौरवपूर्ण दिन होगा क्योंकि कई मौकों पर देखा गया है देश का परचम लहराने वाले खिलाड़ी जीवन के आखरी लम्हों पर जीवन यापन के बुनियादी सुविधाओं से भी जूझते नजर आते हैं और कोई उनकी मदद नहीं करता। सचिन ने अंत मे कहा "अगर बीसीसीआई उन खिलाड़ियों को मान्यता दे देता है तो शारीरिक रूप से विकलांग खिलाड़ी अपना भविष्य सुरक्षित समझेंगे और खेल के प्रति उनका उत्साह और बढ़ जाएगा।" भारत रत्न सचिन तेंदुलकर अभी राज्यसभा के सदस्य हैं और देश मे खेल को बढ़ावा देने पर काफी जोड़ दे रहे हैं। ऐसे में उनके द्वारा किया यह पहल सराहना योग्य है।