जिंदगी की तरह क्रिकेट में भी ऐसे कई मौक़े आते हैं जब मंज़िल काफ़ी क़रीब दिखती है लेकिन वहां तक पहुंच पाना नामुमकिन हो जाता है। टेस्ट क्रिकेट का इतिहास भी काफ़ी पुराना है, यहां दोहरा शतक लगाने वालों की भरमार है। डबल सेंचुरी तक पहुंचना किसी भी बल्लेबाज़ के लिए सम्मान की बात होती है, लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि बल्लेबाज़ टेस्ट में 199 रन तो बना लेते हैं, लेकिन एक और रन बनाने से चूक जाते हैं। हम यहां टेस्ट के 200 साल के इतिहास के उन खिलाड़ियों के बारे में चर्चा कर रहे हैं जो 199 रन बनाकर आउट हुए।
#1 मुदस्सर नज़र, पाकिस्तान
जब टेस्ट क्रिकेट के इतिहास को 100 साल बीत चुके थे और 995 मैच खेले जा चुके थे तब पहली बार कोई बल्लेबाज़ 199 रन पर आउट हुआ था। ये कारनामा करने वाले पहले बल्लेबाज़ पाकिस्तान के मुदस्सर नज़र थे। नज़र के नाम टेस्ट क्रिकेट का सबसे धीमा शतक बनाने का भी रिकॉर्ड है, उन्होंने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 557 मिनट में शतक लगाया था। भारत के ख़िलाफ़ नज़र का रिकॉर्ड काफ़ी अच्छा है, साल 1983 में उन्होंने टीम इंडिया के ख़िलाफ़ 231 रन की पारी खेली थी। साल 1984 में जब फ़ैसलाबाद में भारत और पाकिस्तान के बीच टेस्ट मैच जारी था, तब भारत ने पहली पारी में 500 रन बनाए थे। इस दौरान संदीप पाटिल ने 127 और रवि शास्त्री ने 139 रन की पारी खेली थी। पाकिस्तान की पहली पारी में जब स्कोर 674 रन पर 6 विकेट था, तब शिवलाल यादव ने नज़र को गेंद फेंकी जो बल्ले से लगती हुई सैय्यद किरमानी के दस्ताने में जा पहुंची। आउट होने से पहले नज़र का निजी स्कोर 199 रन था।
#2 मोहम्मद अज़हरुद्दीन, भारत
भारत के पूर्व कप्तान मोहम्मद अज़हरुद्दीन भी एक बार टेस्ट में 199 रन पर आउट हुए थे, दिलचस्प बात ये है कि वो कभी दोहरा शतक नहीं बना पाए, जिसका मलाल उन्हें शायद हमेशा रहेगा। साल 1986 भारत और श्रीलंका के बीच कानपुर के ग्रीन पार्क में टेस्ट मैच चल रहा था। पहले खेलते हुए श्रीलंका टीम 420 रन पर ऑल आउट हो गई है। इसके जवाब में भारत का स्कोर 674 रन पर 6 विकेट हो गया था। सुनील गावस्कर ने इस मैच में अपना 34वां शतक लगाया था, कपिल देव ने शानदार 163 रन बनाए थे और अज़हर 199 रन पर रवि रत्नाएके की गेंद पर आउट हुए थे। अज़हर ने अपने टेस्ट करियर में 22 शतक लगाए हैं।
#3 मैथ्यू एलियट, ऑस्ट्रेलिया
साल 1997 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच लीड्स में एशेज़ टेस्ट में कंगारूओं ने मेज़बान टीम को 1 पारी और 61 रन से हराया था। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू एलियट 199 रन के निजी स्कोर पर आउट हो गए थे। वो एशेज़ में 199 रन पर आउट होने वाले पहले खिलाड़ी हैं। उन्होंने इस मैच के बाद 10 और टेस्ट मैच खेले थे। वो अपने टेस्ट करियर में एक भी दोहरा शतक लगाने में नाकाम रहे थे।
#4 सनथ जयसूर्या, श्रीलंका
साल 1997 में भारतीय टीम श्रीलंका के दौरे पर गई थी। दोनों टीम के बीच कोलंबो में सीरीज़ का दूसरा टेस्ट मैच खेला गया था। कोलंबो की पिच गेंदबाज़ों के लिए कब्रगाह बन गई थी, बल्लेबाज़ इस मैदान में आराम से शॉट लगा रहे थे। जयसूर्या ने 226 गेंदों पर 199 रन की पारी खेली थी। अबय कुरुविल्ला ने उन्हें आउट किया था। जयसूर्या दूसरे पारी में 199 रन पर आउट होने वाले एकलौते खिलाड़ी हैं।
#5 स्टीव वॉ, ऑस्ट्रेलिया
साल 1999 में कंगारू टीम वेस्टइंडीज़ के दौरे पर गई थी। ब्रिजटाउट में सीरीज़ का तीसरा टेस्ट मैच ब्रायन लारा की 153 रन का पारी के लिए याद किया जाता है क्योंकि इसी प्रदर्शन की बदौलत वेस्टइंजीज़ ने 1 विकेट से जीत हासिल की थी। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव वॉ ने 199 रन बनाए थे और रिकी पोंटिंग के साथ मिलकर 281 रन की पार्टनरशिप की थी। रिकी पोटिंग ने भी 103 रन की पारी खेली थी, लेकिन उनकी ये मेहनत बेकार गई और मेहमान टीम ये मैच हार गई।
#6 एंडी फ़्लावर, ज़िम्बाब्वे
साल 2001 में दक्षिण अफ़्रीकी टीम ज़िम्बाब्वे के दौरे पर गई। हरारे के मैदान हुए टेस्ट मैच में प्रोटियाज़ टीम हावी थी। ज़िम्बाब्वे की तरफ़ से एंडी फ़्लावर अकेले मुक़ाबला करते हुए देखे गए। इस मैच में उन्होंने दोनों पारियों में शतक लगाया था, पहली पारी में वो 142 रन और दूसरी पारी में 199 रन बनाए थे। दूसरी पारी में वो नॉट आउट रहे थे। वो 199 रन पर नाबाद रहने वाल दुनिया के पहले बल्लेबाज़ हैं।
#7 यूनिस ख़ान, पाकिस्तान
साल 2005 में बैंगलौर में यूनिस ख़ान ने 266 रन की शानदार पारी खेली थी जिसकी वजह से भारत और पाकिस्तान के बीच 3 मैचों की सीरीज़ ड्रॉ हो गई थी। उसके एक साल बाद लाहौर में भारत और पाकिस्तान की टीम एक बार आमने सामने है। इस मैच में वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ ने 410 रन की ओपनिंग पार्टनरशिप की थी। जिसमें सहवाग ने 254 और द्रविड़ ने 128 रन बनाए थे। इसके जवाब में यूनिस ख़ान ने शानदार पारी खेली लेकिन 199 के निजी स्कोर पर वो 199 रन पर रन आउट हो गए थे।
#8 इयान बेल, इंग्लैंड
साल 2008 में क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स मैदान में इंग्लैड औऱ दक्षिण अफ़्रीका के बीच सीरीज़ का पहला टेस्ट मैच जारी थी। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 8 विकेट खोकर 593 रन बनाए और पारी घोषित कर दी। पीटरसन ने 152 रन बनाए और ईयान बेल के साथ मिलकर 286 रन की साझेदारी की। इयान बेल 199 रन पर कैच आउट हो गए थे। बेल को मैन ऑफ़ द मैच के अवॉर्ड से नवाज़ा गया था।
#9 कुमार संगाकार, श्रीलंका
साल 2012 में पाकिस्तान टीम श्रीलंका के दौरे पर गई थी। गॉल के मैदान में सीरीज़ के पहले टेस्ट मैच में पहले खेलते हुए श्रीलंका ने 472 रन का स्कोर खड़ा किया। जिसमें दिलशाम ने 101 रन और संगाकारा ने 199 रन बनाए थे। संगाराकारा जब दोहरे शतक के क़रीब थे तब उन्होंने छक्का लगाया और जश्न मनाने लगे। बाद में पता चला कि स्कोर बोर्ड में ख़राबी की वजह से 1 रन ज़्यादा दिखा रहा है। इसके बाद वो संगाकारा बिना कोई और रन जोड़े आउट हो गए और दोहरा शतक बनाने से चूक गए।
#10 स्टीव स्मिथ, ऑस्ट्रेलिया
साल 2015 में ऑस्ट्रेलिया टीम स्मिथ की कप्तानी में वेस्टइंडीज़ के दौरे पर गई थी। जमैका के किंग्सटन में फ़्रैंक वॉरेट ट्रॉफ़ी का दूसरा टेस्ट मैच जारी था। स्मिथ ने 199 रन की पारी खेली और जिरोम टेलर की गेंद पर LBW आउट हो गए थे। स्मिथ भले ही 200 रन बनाने से चूक गए थे, लेकिन ठीक 2 महीने बाद उन्होंने लॉर्ड्स के मैदान में 215 रन की पारी खेली और क्रिकेट के मक्का में एशेज़ शतक लगाने वाले पहले कंगारू बल्लेबाज़ बने थे।
#11 केएल राहुल
केएल राहुल का टेस्ट करियर उतार चढ़ाव से भरा पड़ा है, साल 2014 में उन्होंने मेलबर्न में टेस्ट डेब्यू किया था। साल 2016 में चेन्नई के चेपक मैदान में भार और इंग्लैंड का मुक़ाबला चल रहा था। इंग्लैंड ने पहली पारी में 477 रन बनाए थे। जिसके जवाब में राहुल ने 199 रन की पारी खेली थी। उन्हें आदिल राशिद ने आउट किया था। इस मैच से पहले राहुल 4 शतक लगा चुके थे और 2 बार 150 से ज़्यादा रन बनाए थे।
#12 डीन एल्गर, दक्षिण अफ़्रीका
प्रोटियाज़ टीम के डीन एल्गर टेस्ट में 199 रन पर आउट होने वाले सबसे नए बल्लेबाज़ हैं। साल 2017 में सेनवेस क्रिकेट स्टेडियम में वो बांग्लादेश के खिलाफ़ सीरीज़ के पहले टेस्ट मैच में 199 रन पर आउट हुए थे। उन्हें मुस्तफ़िज़ुर रहमान ने पवेलियन वापस भेज दिया था। उनकी इसी पारी की बदौलत दक्षिण अफ़्रीकी टीम ने पहली पारी में 3 विकेट खोकर 496 पर पारी घोषित कर दी थी। मेज़बान प्रोटियास टीम ये मैच 333 रन से जीत गई थी। लेखक- यश मित्तल अनुवादक – शारिक़ुल होदा