बीसीसीआई ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कार्यक्रम को लेकर रखी आईसीसी के सामने शर्त: रिपोर्ट्स

Rahul

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद द्वारा आगामी एकदिवसीय लीग और टेस्ट लीग को लेकर 2 साल के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का कार्यक्रम बनाने की तैयारियां पूरी की जा चुकी है। आईसीसी द्वारा अगले दो साल के लिए आने वाले क्रिकेट कार्यक्रम से पहले भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने आईसीसी के सामने शर्त रखते हुए सुचना दी है कि आईसीसी द्वारा बनाये गए क्रिकेट शेड्यूल में भारत के घरेलू अंतरराष्ट्रीय सत्र को विदेश में मैचों के लिए शामिल न करते हुए, अक्टूबर-नवम्बर और फरवरी-मार्च महीने को भारतीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए सुरक्षित कर दिया जाए। आईसीसी आगामी दो साल में नए तरीके से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कार्यक्रम को प्रस्तुत करने जा रही है।

बीसीसीआई द्वारा आईसीसी को इस बात की जानकारी देते हुए बीसीसीआई के अधिकारी ने एक निजी स्पोर्ट्स वेबसाईट से कहा कि बीसीसीआई ने आईसीसी के सामने रखी शर्त के फैसले को लेकर बिलकुल तैयार है, यह महीने हमारे घरेलू सीजन के लिए सुरक्षित किये जायेंगे और हम इस फैसले को रजामंदी करने के लिए आईसीसी को सचेत करना चाहते हैं। बीसीसीआई की बात को बढ़ावा देते हुए आईसीसी के पूर्ण मेंबर के रूप में उपस्थित एक अधिकारी ने कहा कि यह पूरी तरह से सही है क्योंकि आईपीएल होने के बाद भारतीय टीम को विदेशी दौरे पर जाना होता है। उसके बाद वह घरेलू सीरीज खेलती है और फिर बाद में फरवरी-मार्च में उन्हें दोबारा से घरेलू सीजन खेलना होता है। वह मुश्किल से केवल 4-5 महीने ही घरेलू क्रिकेट खेल पाते हैं और बाकि के महीनों में वह बाहर ही खेलते नजर आते हैं। बीसीसीआई अपने भविष्य में होने वाले क्रिकेट मैचों को लेकर इस तरह के फैसले पर अडिग और तैयार है।

आईसीसी द्वारा बनाए जाने वाले नए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैलेंडर में हर दो साल में 9 टेस्ट टीमों को एक दूसरे खिलाफ 3 सीरीज बाहर और 3 ही घरेलू मैदान पर खेलनी होगी और साथ ही 13 एकदिवसीय टीमें भी एक दूसरे को मुकाबला देते हुए नजर आएँगी और अंत में टॉप 2 टीमें 2019 और 2020 में वह चैंपियनशिप लीग में हिस्सा लेंगी। बीसीसीआई द्वारा आईसीसी के सामने रखी शर्त पर आईसीसी का फैसला आना बाकी है लेकिन बीसीसीआई ने यह साफ़ कर दिया है कि वह इन चार महीनों में अंतरराष्ट्रीय घरेलू क्रिकेट ही खेलेंगे।