युवराज सिंह का पूरा करियर उतार-चढाव भरा रहा है। 2000 में 18 साल की उम्र में अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने वाले युवराज ने पहले ही मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलफ़ 80 गेंदों में 84 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली थी। युवराज ने साल 2002 में नेटवेस्ट सीरीज के फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ ने शानदार अर्धशतक और मोहम्मद कैफ के साथ साझेदारी कर टीम को एतिहासिक जीत दिलाई। इसके बाद वो रातों-रात पुरे देश के चहेते बन गये। उसके बाद युवी ने 2007 वर्ल्ड टी-20 में स्टुअर्ड ब्रॉड के एक ओवर में 6 छक्के लगाये और फिर सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 30 गेंदों में 70 रनों की पारी भी खेली। इसके 4 साल बाद 2011 विश्वकप में युवराज ने ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए टीम को विश्वकप जीतने में मदद की और “मैन ऑफ़ द सीरीज” का पुरस्कार भी हासिल किया। कुछ समय बाद ही पता चला कि युवराज कैंसर से पीड़ित हैं लेकिन अपने जज्बे से युवी ने कैंसर को मात दी और फिर दोबारा मैदान में उतरे।