2003 विश्वकप में सचिन ने जबरदस्त खेल का प्रदर्शन करते हुए “मैन ऑफ़ दी सीरीज” का पुरस्कार हासिल किया था। उस विश्वकप में सचिन ने 673 रन बनाये थे जो आज भी किसी एक विश्वकप में बनाया गया सर्वाधिक रन का रिकॉर्ड है। दुख की बात यह रही कि वह अपनी टीम को फाइनल तक तो ले गये लेकिन विश्व विजेता नहीं बना पाये। पाकिस्तान के खिलाफ खेली गई उनकी 98 रनों की धुआंधार पारी आज भी लोगों के जेहन में ताजा है। 2004 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सचिन लगातार अपने फॉर्म से जूझ रहे थे, लेकिन सिडनी में खेले गये अंतिम टेस्ट मैच में उन्होंने 241 रनों की नाबाद पारी खेली। उस पारी के दौरान मजेदार बात यह रही कि उन्होंने पूरी पारी में एक भी शॉट कवर की तरफ नहीं खेला।