2007 विश्व कप भारतीय टीम और प्रशंसकों के लिए एक बुरे सपने की तरह था, जहां भारतीय टीम ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गई। सचिन उस समय बल्ले से कुछ खास नहीं कर पाए और उस समय के कोच ग्रेग चैपल ने उन पर सवाल खड़े किये थे। कुछ समय बाद सचिन तेंदुलकर ने माना कि वह उनके करियर का सबसे बुरा समय था और वह संन्यास के बारे में भी सोच रहे थे।
सचिन तेंदुलकर ने 2008 में ऑस्ट्रेलिया में हुए सीबी सीरीज में भारत की जीत में अहम योगदान निभाया था। “बेस्ट ऑफ़ थ्री” के फाइनल मुकाबले में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 2-0 से हराया था। सचिन ने दोनों ही फाइनल में 117 नाबाद और 91 रनों की पारी खेली थी।
आईपीएल के पहले ही सत्र से सचिन तेंदुलकर मुंबई इंडियंस के साथ थे। आईपीएल में भी सचिन अपनी बढ़ती उम्र के बाजूद लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे, इसके लिए उन्होंने अपने खेल में कई तरह के बदलाव भी किये।