#7 जॉनी बेयरस्टो (विकेटकीपर)
जॉनी बेयरस्टो इंग्लैंड के ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपने प्रदर्शन में ज़बरदस्त सुधार किया है, वो यॉर्कशायर की तरफ़ से काउंटी क्रिकेट खेलते हैं। साल 2012 में उन्होंने वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी, दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ तीसरे टेस्ट में उन्हें बुला लिया गया था, क्योंकि केविन पीटरसन ख़राब व्यवहार की वजह से टीम से बाहर हो गए थे। इस मौके का फ़ायदा उठाते हुए उन्होंने पहली पारी में 95 रन बनाए और दूसरी पारी में भी अर्धशतक लगाया था। 52 टेस्ट मैच में उन्होंने 39.2 की औसत से 3293 रन बनाए हैं जिसमें 5 शतक और 17 अर्धशतक शामिल हैं।
#8 रविचंद्रन अश्विन
रविचंद्रन ऑफ़ स्पिन के बेताज बादशाह हैं, जब टेस्ट क्रिकेट की बात आती है जो उनका जलवा देखते ही बनता है। साल 2011 में उन्होंने वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ टेस्ट में डेब्यू किया था, उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 2017 में उन्होंने सर गारफ़ील्ड सोबर्स ट्रॉफ़ी हासिल की थी। उन्होंने डेनिस लिली के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए महज़ 54 टेस्ट मैच में 300 विकेट हासिल किए थे। अब तक खेले गए 57 टेस्ट में उन्होंने 25.57 की औसत से 311 विकेट हासिल किए हैं जिसमें 26 बार 5 विकेट लेने का कारनामा किया है।
#9 कगिसो रबाडा
कगिसो रबाडा ने साल 2015 में टीम इंडिया के ख़िलाफ़ टेस्ट में डेब्यू किया था। उनकी पेस गेंदबाज़ी में ज़बरदस्त आक्रामकता देखी जा सकती है। पिछले साल उन्होंने इग्लैंज के ख़िलाफ़ 6 पारियों में 5 बार 5 विकेट हासिल करने का कारनामा किया था। वो भविष्य के बेहतरीन खिलाड़ी साबित होंगे। 22 साल की उम्र में उन्होंने अब तक 30 टेस्ट मैच में 21.59 की औसत से 143 विकेट हासिल किए हैं।