दरअसल बात हैं भारत, पाक और श्रीलंका की संयुक्त अगुवाई में हुए विल्स वर्ल्ड कप 1996 में ग्रुप ए के तीसरे मुकाबले की, जहाँ मुकाबला था भारत और ऑस्ट्रेलिया का। जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 16 रनों से मात दी थी। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 258 रनों का लक्ष्य भारत को दिया था पर भारत को तेंदुलकर और मांजरेकर की शानदार बल्लेबाज़ी भी न बचा पाई और डेमियन फ्लेमिंग की धारदार गेंदबाज़ी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने यह मैच अपनी झोली में डाल लिया। इस मैच का आख़िरी ओवर जो कभी भूले से भी नहीं भुलाया जाता, वह था वेंकटेश प्रसाद द्वारा किया गया 49वां ओवर, जिसमें प्रसाद की वो पांच जादुई गेंदे जिसने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज़ी क्रम को हिला दिया और एक बड़े स्कोर से इंडिया को बचा लिया। जब प्रसाद 49वां ओवर लेकर आये तब स्कोर था 258/6 और सामने थे शेन ली, ली को दूसरी गेंद पर विकेटकीपर मोंगिया ने रन आउट कर चलता किया, इसके बाद क्रीज़ पर आये शेन वार्न को तीसरी व पांचवी गेंद पर हिली को कैच कराकर अंत में आखिरी गेंद पर मोंगिया के थ्रो पर प्रसाद ने फ्लेमिंग को रन आउट कर चलता किया। ये क्रिकेट इतिहास के यादगार लम्हों में से एक हैं। आइये एक नजर डालते हैं उस वीडियो पर: