राजकोट में भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैचों का पहला मुकाबला शुरू हो चुका है। भारत अभी टेस्ट रैंकिंग में नम्बर एक पर है। साथ ही टीम इंडिया ने अपनी पिछली सीरीजों में दक्षिण अफ्रीका, न्यूज़ीलैंड और वेस्टइंडीज को हराया है। वहीं इंग्लैंड की टीम हाल ही में बांग्लादेश से हार गयी थी। जिसकी मुख्य वजह स्पिनर बने थे। ऐसे में इंग्लैंड के लिए भारत का ये दौरा कठिन साबित होने जा रहा है। लेकिन अंग्रेज टीम भारत को आश्चर्यचकित कर सकती है। जैसाकि साल 2012 में उन्होंने किया था। जब पनेसर और स्वान ने बेहतरीन स्पिन गेंदबाज़ी करके टीम को सीरिज जिताने में अहम योगदान निभाया था। इंग्लैंड ने राजकोट टेस्ट की पहली पारी में 537 का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया है और यहाँ से इस मैच को इंग्लैंड शायद ही गंवाए। ऐसे में आइये एक नजर डालते हैं कि कैसे राजकोट में भारतीय टीम हार सकती है:
इंग्लैंड का भारत में रिकॉर्ड
इंग्लैंड ने भारतीय दौरे पर कई बार बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इंग्लैंड का भारत में जीत हार का 3-4 आंकड़ा है। पिछले 10 सालों में अंग्रेज टीम ने ही टीम इंडिया को उसके घर में हराया है। जिसमें अंग्रेज बल्लेबाजों का औसत 40 का रहा है। भले ही अंग्रेज टीम बांग्लादेश में हार गयी हो लेकिन वह आराम से वापसी कर सकते हैं। उनकी टीम की बल्लेबाज़ी में काफी गहराई है। शीर्ष क्रम में उनके पास कुक और रूट हैं। आर अश्विन पर ज्यादा निर्भर होना भारत के मुख्य स्पिनर आर अश्विन इस समय अपने प्रचंड फॉर्म में हैं। जिसकी वजह से टीम की निर्भरता उन पर ज्यादा है। लेकिन भारतीय टीम को ये पता होना चाहिए कि इंग्लिश टीम में कई बाएं हाथ के बल्लेबाज़ हैं। जिनके ऊपर अमित मिश्रा और जडेजा का प्रभाव उतना नहीं पड़ने वाला है। ऐसे में ट्रम्प कार्ड आश्विन अगर असफल होते हैं, तो इंग्लिश बल्लेबाज़ आक्रामक बल्लेबाज़ी कर सकते हैं। खासकर बेन स्टोक्स और जॉनी बैरस्टो की बल्लेबाज़ी भारत के लिए खतरा साबित हो सकती है। रिवर्स स्विंग रिवर्स स्विंग के सामने भारतीय बल्लेबाज़ अक्सर परेशान हुए हैं। भले ही एंडरसन इस मैच में न हों लेकिन ब्राड और वोक्स भी रिवर्स स्विंग करा लेते हैं। जिसक नुकसान भारतीय टीम को हो सकता है। इससे पहले नागपुर में स्टेन ने भारतीय बल्लेबाजों को रिवर्स स्विंग के सामने घुटने टेक दिए थे। हालांकि किवी ऐसा करने में असफल रहे थे। जबकि शमी इस मामले में सफल रहे थे। उनकी स्विंग से ब्लैक कैप्स को संकट का सामना करना पड़ा था। बल्लेबाजों की असफलता भारतीय टीम ने कीवियों के खिलाफ कोई बहुत अच्छी बल्लेबाज़ी नहीं की थी। ऐसे में भारतीय टीम के हार का ये बड़ा कारण बन सकता है। कोहली और रहाने सीरिज में अच्छी शुरुआत के बाद आउट होते रहे थे। उस पूरी सीरिज में भारतीय स्पिनरों ने कमाल की गेंदबाज़ी की। ऐसे में मोइन अली जैसे इंग्लिश स्पिनर भारतीय बल्लेबाजों के लिए भी दिक्कत खड़ी कर सकते हैं। भारत अगर शुरू में 3 या 4 विकेट जल्दी गवां देता है, तो बाकी टीम जल्द ही बिखर सकती है। निचले क्रम में साहा अच्छी बल्लेबाज़ी कर सकते हैं। अंग्रेज स्पिनरों का कम करके आंकना भारतीय टीम भी कई बार स्पिनरों के सामने विवश दिखी है, दक्षिण अफ्रीका के साथ हुई सीरिज में डीन एल्गर के सामने भारतीय टीम बिखर गयी थी। ऐसे में इंग्लैंड के पास तो मोइन अली जैसे बेहतरीन स्पिन गेंदबाज़ हैं। जहां कीवी स्पिनर अनुभवहीन थे, तो वहीं इंग्लैंड के पास गैरेथ बैटी, आदिल राशिद और मोइन अली खुद को बेहतरीन स्पिनर साबित कर चुके हैं। ऐसे में भारत अगर उनके स्पिनरों हल्के में लेगा तो उसका भुगतान भी उसे करना पड़ सकता है।