आईपीएल दुनिया की सबसे कामयाब टी-20 लीग में से एक है। पिछले एक दशक में इस टूर्नामेंट की लोकप्रियता पूरी दुनिया में फैल गई है। आईपीएल में हर टीम पर अच्छा खेलने का दबाव रहता है, ऐसे में हर टीम कुछ विदेशी खिलाड़ी को मौका देती है जिससे टीम को फ़ायदा मिल सके। विदेशी खिलाड़ियों को भारत के स्टार प्लेयर के साथ खेलने का मौका मिलता है। विदेशी क्रिकेटर ने इस आईपीएल टूर्नामेंट की शान में काफ़ी इज़ाफ़ा किया है और इसे बेहद रोमांचक बना दिया है। कुछ विदेशी खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने आईपीएल का पहला सीज़न खेला था और आज भी जमे हुए हैं। हम यहां 4 ऐसे विदेशी खिलाड़ियों के बारे में चर्चा कर रहे हैं जो आईपीएल के पहले और मौजूदा सीज़न के हिस्सा रहे हैं।
#1 शेन वॉट्सन
शेन वॉट्सन आईपीएल के अहम खिलाड़ी रहे हैं। साल 2008 में ऑस्ट्रेलियाई टीम में जगह बनाने को लेकर जद्दोजहद कर रहे थे। उसी वक़्त राजस्थान रॉयल्स टीम ने उन्हें नीलामी में ख़रीदा, ये वॉटसन के करियर का अहम मोड़ साबित हुआ। आईपीएल के पहले सीज़न के अंत में उन्हें ‘मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट’ के अवॉर्ड से नवाज़ा गया था और उन्होंने अपनी राष्ट्रीय टीम में भी वापसी की थी। उसके बाद से वॉटसन ने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वो साल 2008 से लेकर साल 2015 तक राजस्थान रॉयल्स टीम का हिस्सा रहे हैं। इसके बाद राजस्थान टीम पर 2 साल का प्रतिबंध लग गया था। वो इस दौरान आरसीबी टीम का हिस्सा रहे लेकिन अपनी पुरानी कामयाबी को दोहराने में नकाम रहे। वॉटसन फ़िलहाल नई ऊर्जा के साथ चेन्नई टीम में खेल रहे हैं। उन्होंने इस साथ खेले गए 13 मैत में 33.69 की औसत और 147.47 की स्ट्राइक रेट से 438 रन बनाए हैं। गेंदबाज़ी की बात करें तो उन्होंने इस साल 6 विकेट हासिल किए गए। वॉटसन आईपीएल इतिहास के एकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने 2 दफ़ा ‘मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट’ का ख़िताब जीता है
#2 एबी डीविलियर्स
एबी डीविलियर्स आईपीएल के सबसे कामयाब खिलाड़ियों में से एक हैं। वो एक बेहतरीन मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ हैं। आईपीएल करियर में उन्होंने 39.53 की औसत और 150.93 के स्ट्राइक रेट से 3953 रन बनाए हैं। इसके अलावा उन्होंने कुछ यादगार पारियां भी खेली हैं। डिविलियर्स को नए-नए तरह के शॉट खेलने के लिए जाना जाता है। पहले 3 सीज़न में वो दिल्ली डेयरडेविल्स टीम का हिस्सा रहे थे, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर टीम ने उन्हें साल 2011 की आईपीएल नीलामी में ख़रीदा था। डीविलियर्स आरसीबी टीम का चेहरा हैं, उनका ज़बरदस्त फ़ॉर्म इस साल भी जारी रहा। 12 मैच में उन्होंने 53.33 की औसत 174.54 की स्ट्राइक रेट से 280 रन बनाए हैं।
#3 ब्रेंडन मैकुलम
न्यूज़ीलैंड के खिलाड़ी ब्रेंडन मैकुलम ने साल 2008 में कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ़ से पहले आईपीएल मैच में ही अपनी धाक जमा दी थी। उन्होंने आरसीबी के ख़िलाफ़ 73 गेंदों में 158 रन की पारी खेली थी। उन्होंने अपने पूरे करियर में आक्रामक क्रिकेट खेली है। कीवी टीम के पूर्व कप्तान साल 2008 से लेकर 2010 तक केकेआर टीम का हिस्सा रहे थे। साल 2011 में वो कोच्चि टस्कर्स टीम का हिस्सा बने थे। साल 2012 में उन्होंने फिर कोलकाता टीम में वापसी की और 2013 तक इसी टीम में बने रहे। हांलाकि मैकुलम का सर्वणिम दौर चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ था। साल 2014 में चेन्नई की तरफ़ से खेलते हुए उन्होंने 405 रन बनाए थे। पीली जर्सी में ही साल 2015 में उन्होंने कुल 436 रन का आंकड़ा छुआ था। वो इस साल आरसीबी टीम का हिस्सा बने थे। 6 मैच में उन्होंने महज़ 127 रन बनाए हैं। उम्मीद है कि वो अगले सीज़न में वापसी करेंगे।
#4 ड्वेन ब्रावो
ड्वेन ब्रावो आईपीएल इतिहास के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर्स में से एक हैं। उन्होंने क़रीब 118 मैच खेले हैं और 5वें सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं। उनके शानदार रिकॉर्ड के अलावा उनमें नाज़ुक मौके पर टीम के लिए खेलने की क़ाबिलियत है। डेथ ओवर में गेंदबाज़ी करना आसान नहीं होता है, लेकिन ब्रावो अपनी विविधता भरी गेंदबाज़ी से विपक्षी बल्लेबाज़ों को परेशान कर देते हैं। 34 साल के इस खिलाड़ी पर एम एस धोनी काफ़ी भरोसा करते हैं। जब चेन्नई पर 2 साल का बैन लगा था तब वो गुजरात लॉयंस टीम का हिस्सा थे। इस साल वो दोबारा चेन्नई टीम में शामिल किए गए थे। इस साल के आईपीएल सीज़न में उन्होंने 15 मैच में 141 रन बनाए हैं और 13 विकेट भी हासिल किए हैं। ब्रावो अपने बुरे फ़ॉर्म और चोट से उबर कर वापस आए हैं, ऐसे में वो कुछ और आईपीएल सीज़न ज़रूर खेलेंगे। लेखक- रैना सिंह अनुवादक- शारिक़ुल होदा