वेस्टइंडीज के बल्लेबाज डैरेन ब्रावो ने क्रिकेट वेस्टइंडीज को चुनौती देते हुए कहा कि बोर्ड यह साबित करके बताएं कि उन्होंने बोर्ड अध्यक्ष डेव कैमरन के खिलाफ कोई विवादस्पद ट्वीट किया है। ब्रावो पर इन आरोपों के बाद पिछले वर्ष जिम्बाब्वे दौरे के समय प्रतिबन्ध लगा दिया गया था। नम्बर में सीरीज शुरु होने से पहले उन्हें वापस स्वदेश भेज दिया गया था। ब्रावो की गिरती औसत के बाद उन्हें वेस्टइंडीज बोर्ड के अनुबंध में ग्रेड 'c' मिला था, इसके बाद इस खिलाड़ी के अकाउंट से कैमरन को एक मुर्ख बताने वाला ट्वीट जारी होने का आरोप लगा। ब्रावो को सभी तरह का क्रिकेट खेलने से वंचित कर दिया गया। इसमें कैरिबियाई प्रीमियर लीग में उनकी खुद की टीम त्रिनिदाद और टोबैगो से भी वे नहीं खेल पाए। पिछले सप्ताह कैरेबियाई टेलीविजन लाइन एंड लेंथ से बातचीत करते हुए कैमरन ने कहा था कि ब्रावो को फिर से वेस्टइंडीज के लिए खेलने की योग्यता प्राप्त करने हेतू वह ट्वीट करना होगा। इसी चैनल से बातचीत में जब ब्रावो से ट्वीट करने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि मेरे अकाउंट से ऐसा ट्वीट दिखा भी हो, यह कोई कह भी नहीं सकता कि मैंने ऐसा किया है। ब्रावो ने साफ़ शब्दों में कहा कि उन्होंने अपने अकाउंट से कोई ट्वीट नहीं किया। ब्रावो ने कहा कि बोर्ड को यह साबित करना चाहिए कि मैंने ऐसा किया है। क्रिकेट में टेस्ट क्रिकेट को आदर्श मानने वाले डैरेन ब्रावो ने यह भी कहा कि वे वेस्टइंडीज के लिए क्रिकेट खेलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए खेलने का अनुबंध भी उन्होंने रद्द कर दिया, इसके अलावा भी टेस्ट क्रिकेट के लिए उन्होंने कई अन्य अनुबंधों को भी स्वीकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि इंडीज के लिए खेलने के लिए मैंने काफी धन वाले टूर्नामेंट भी छोड़ दिए और मेरे साथ इस गलत व्यवहार किया जा रहा है।