भारतीय महिला टीम ने इंग्लैंड में सम्पन्न हुए विश्वकप के फाइनल तक का सफ़र तय कर अपना डंका बजाया। टीम बुधवार को मुंबई पहुंची, जहां बीसीसीआई ने इन खिलाड़ियों का भव्य स्वागत किया। महिला टीम की अहम सदस्य और सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध नाबाद 171 रन बनाने वाली हरमनप्रीत कौर द्वारा मैदान पर पहने जाने वाले 84 नम्बर की जर्सी का खुलासा हुआ है। हरमनप्रीत द्वारा इस नम्बर की जर्सी चुनने के पीछे का कारण उनकी मां ने बताया है। इस तूफानी खिलाड़ी की मां ने विश्वकप की शुरुआत में एक मीडिया संस्थान को दिए साक्षात्कार में उनकी जर्सी के बारे में खुलासा करते हुए बताया था कि भावनात्मक कारण से हरमनप्रीत कौर ने 84 नम्बर की जर्सी पहनना उचित समझा है। हरमनप्रीत कौर की मां ने कहा था कि 1984 में हुए सिक्ख दंगों के पीड़ितों को 84 नम्बर समर्पित किया है। उन्होंने कहा कि यह हरमनप्रीत कौर ने एक सकारात्मक पहलू से लेते हुए चुना है। गौरतलब है कि 1984 में तत्कालीन प्रधानमन्त्री इंदिरा गांधी की मृत्यु के बाद सिक्ख दंगे हुए थे, जिसमें कई लोगों की जान गई थी। हरमनप्रीत ने इसे लेकर ही जर्सी का चयन किया और इस मामले पर पीछे नहीं रहती। अपनी 171 रनों की नाबाद पारी में उन्होंने कई बार गेंद को सीमा रेखा के बाहर बिना टप्पा खाए पहुंचाया। उन्होंने इस दौरान एक छक्का 82 मीटर का लगाया था, जो महिला क्रिकेट में काफी बड़ा माना जा सकता है। भारतीय टीम ने फाइनल में इंग्लैंड का सामना किया था, इसमें भी हरमनप्रीत ने अर्धशतकीय पारी खेली थी और ऐसा लगने लगा था कि वह टीम को जीत दिलाकर ही लौटेंगी लेकिन एक स्लॉग स्वीप को फील्डर के हाथ में मारकर उन्होंने वापस पवेलियन का रुख किया। उनके आउट होने के बाद ही इंग्लैंड ने मैच का रुख पलटते हुए खिताबी जीत प्राप्त कर ली। इसके बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन्हें पंजाब पुलिस में DSP पद की पेशकश भी की है।