पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने टेस्ट क्रिकेट में टीमों की संख्या कम करने की बात कही है। उनका कहना है कि अगर टेस्ट क्रिकेट को जिंदा रखना है तो खेल का सबसे लंबा प्रारूप सिर्फ शीर्ष छह टीमों तक सीमित होना चाहिए। इस समय टेस्ट क्रिकेट में 12 टीमें हैं, जिनको सबसे लम्बा प्रारूप खेलने का दर्जा प्राप्त है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार शास्त्री का कहना है कि आपके पास 12 टीमें या दस टीमें नहीं हो सकतीं। आप शीर्ष छह रखते हैं, गुणवत्ता रखते हैं और मात्रा से अधिक गुणवत्ता का सम्मान करते हैं। आगे उन्होंने कहा कि यही एकमात्र तरीका है जिससे आप अन्य क्रिकेट के लिए विंडो खोलते हैं। यदि आप गेम को फैलाना चाहते हैं तो एकदिवसीय क्रिकेट और टी20 क्रिकेट में टीमों का विस्तार करें। लेकिन टेस्ट क्रिकेट को खेलने वाली टीमों की संख्या कम करनी होगी।
रवि शास्त्री ने यह भी कहा कि टेस्ट क्रिकेट में अगर छह टीमें होती हैं तो उनको ख़ुशी होगी। उन्होंने कहा कि यही टेस्ट क्रिकेट है। शास्त्री ने कहा कि आपको गुणवत्ता की जरूरत है और अगर विपक्षी टीम सही नहीं होगी तो हम दो दिन या तीन दिवसीय मैच देखने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि भविष्य में खेल के इस प्रारूप को बचाकर रखने के लिए क्वालिटी का होना काफी ज़रूरी है।
गौरतलब है कि आईसीसी ने टेस्ट क्रिकेट को बचाकर रखने के लिए टेस्ट चैम्पियनशिप की शुरुआत की। दर्शकों ने भी इसमें खासी रूचि दिखाई और पहला संस्करण काफी बेहतरीन रहा था। न्यूजीलैंड ने भारत को फाइनल मैच में हराया था। इस समय इस चैम्पियनशिप का दूसरा चक्र चल रहा है। फैन्स ने भी टेस्ट चैम्पियनशिप में रूचि दर्शाई है और इससे प्रारूप को भी फायदा हुआ है। टेस्ट और टी20 प्रारूप को फ़िलहाल काफी पसंद किया जाने लगा है।