भारत और पाकिस्तान के बीच चैम्पियंस ट्रॉफी में होने वाले मैचों को लेकर देश में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिली है। कुछ लोग किसी भी टूर्नामेंट में भाग नहीं लेने की बातें कहते रहे हैं, तो कुछ ने आईसीसी टूर्नामेंट में खेलते रहने की बातें कही। इन सब के बीच सत्तारूढ़ दल बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को महारष्ट्र में प्रेस वार्ता के दौरान कोई भी द्विपक्षीय सीरीज नहीं होने की बात कही। गौरतलब है कि अमित शाह की पार्टी फिलहाल सत्ता में है इसलिए इसे सरकार का रुख भी कहा जा सकता है। दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार शाह ने कहा "भारत और पाकिस्तान अन्तर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट में खेलते रहेंगे। ये (चैम्पियंस ट्रॉफी) अन्तर्राष्ट्रीय आयोजन का हिस्सा है। आप क्या चाहते हैं कि अन्तर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट से भारत पीछे हट जाए? जहां तक आपस में (द्विपक्षीय सीरीज) खेलते रहने की बात है, ना हम पाकिस्तान जाएंगे और ना पाकिस्तान यहां आएगा।" गौरतलब है कि भारत के पठानकोट और ऊरी में हुए आतंकी हमलों के बाद दोनों देशों के रिश्तों में खटास के चलते क्रिकेट सीरीज नहीं हो रही है। भारत सरकार के खेल मंत्री विजय गोयल भी इससे पहले एक बयान में यह कह चुके हैं कि क्रिकेट और आतंकवाद एक साथ नहीं चलेगा। इसके अलावा सरहद पर भी तनावपूर्ण स्थिति रहती है, ऐसे में दोनों देशों के बीच किसी भी मामले में कोई बातचीत नहीं हो रही है। चैम्पियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल मुकाबले से ठीक एक दिन पहले अमित शाह का यह बयान काफी मायने रखता है। भारतीय टीम ने 4 जून को एजबेस्टन में हुए मुकाबले में पाकिस्तान की टीम को 124 रन के बड़े अंतर से शिकस्त दी थी। इसके बाद पाक ने श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई और इंग्लैंड को हराकर फाइनल तक का सफर तय कर लिया। चैम्पियंस ट्रॉफी में भारत और पाकिस्तान के बीच जीत-हार का रेशियो 2-2 का है, वहीँ विश्वकप मुकाबलों में यह 13-0 है। इसमें टी20 और 50 ओवर के विश्वकप मैच शामिल है, जहां भारत ने सभी मैचों में जीत दर्ज की है।