IND vs WI 2016 - मेरे लिए यह शतक बहुत ही खास है : अजिंक्य रहाणे

वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन 108 रन की नाबाद पारी खेलने वाले भारत के मध्यक्रम के बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने इसे 'खास' पारी करार दिया है। रहाणे जब क्रीज पर बल्लेबाजी करने उतरे तब भारत का स्कोर तीन विकेट पर 277 रन था। उन्होंने कप्तान विराट कोहली और रिद्धिमान साहा के साथ अच्छी साझेदारी करके अपने टेस्ट करियर का सातवां शतक जमाया। भारत ने जब अपना 8वां विकेट खोया तब रहाणे 85 रन बनाकर खेल रहे थे, फिर उन्होंने उमेश यादव के साथ 42 रन की साझेदारी करके टीम को 500 के स्कोर पर पहुंचाया। यह कैरीबियाई जमीन पर रहाणे का पहला शतक था। अपनी पारी के बाद मीडिया से बातचीत में रहाणे ने कहा, 'पहले टेस्ट में जिस तरह आउट हुआ उससे काफी निराश था। मगर हम चाहे भारत में खेल रहे हो या बाहर मेरे लिए महत्वपूर्ण है प्रक्रिया और तैयारी। मैं कभी शतक के बारे में नहीं सोचता। मेरे ख्याल से परिणाम अपने आप आते हैं जब मेरी तैयारी अच्छी और प्रक्रिया सही होती है। मेरे ख्याल से छोटी चीजें मेरे लिए काफी मददगार होती है। उसी समय शतक जमाना बड़ा खास है। बल्लेबाज के लिए तीन आंकड़ो में रन बनाना विशेष होता है।' उन्होंने खराब मौसम के बारे में अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा, 'हम मौसम को लेकर ज्यादा नहीं सोच रहे थे। सुबह हम अपना नॉर्मल क्रिकेट खेलने पर ध्यान लगा रहे थे। दुर्भाग्यवश रिद्धिमान साहा लंच से पहले आउट हो गए। वह साझेदारी हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण थी। हमारी योजना एक बार और लंबे समय तक बल्लेबाजी करने की थी। मेरे ख्याल से हम ऐसा कर पाए।' जिस पिच पर वेस्टइंडीज 200 रन पर ऑलआउट हुई और भारत ने 500 रन बनाए, उसके बारे में रहाणे ने आखिरकार अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, 'यहां सबसे महत्वपूर्ण था कि धैर्य रखा जाए। विकेट धीमा होता चला जा रहा है और आपको अपने शॉट खेलकर रन बनाना आसान नहीं लगेगा। क बार आप क्रीज पर जैम जाए फिर अपने शॉट खेल सकते हैं।' उन्होंने आगे कहा, 'यहां तेज गेंदबाजों को थोड़ी मदद मिल रही है, लेकिन महत्वपूर्ण है कि हमारे गेंदबाज चौथे दिन अच्छी लाइन और लेंथ पर गेंदे फेंके। हमें धैर्य रखना होगा। पहले टेस्ट में हमने अच्छी गेंदबाजी की थी और गेंदबाजों ने संयम भी रखा था। अगर चौथे दिन ऐसा कर सके तो हम अच्छी स्थिति में पहुंच जाएंगे।'