ऑलराउंडर इरफान पठान को बड़ौदा टीम की कप्तानी से हटाए जाने और टीम से बाहर किए जाने पर भारतीय टीम के पूर्व चयनकर्ता किरण मोरे ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। किरण मोरे का मानना है कि बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन को इरफान पठान के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं करना चाहिए था। इतना बड़ा फैसला लेने से पहले उन्हें इरफान पठान जैसे बड़े खिलाड़ी के सम्मान के बारे में सोचना चाहिए था। उन्होंने कहा कि ' ये बड़े दुख की बात है और बड़े दुर्भाग्य की बात है। मैं इस बारे में आगे कुछ नहीं कहना चाहुंगा। मैं अब बड़ौदा क्रिकेट का हिस्सा नहीं हूं लेकिन ये बड़े ही दुख की बात है। वहीं इरफान पठान ने भी ट्विटर के जरिए इस पूरे मामले पर नाखुशी जाहिर की। हालांकि उन्होंने ये भी इशारा किया कि वो ना केवल अपनी राज्य की टीम बल्कि भारतीय टीम में भी वापसी के लिए कोशिश करते रहेंगे। उन्होंने ट्वीट किया कि ' मैं गुड मार्निंग नहीं विश कर रहा हूं। आपका बॉस आपके खिलाफ जा सकता है लेकिन इससे परेशान मत होइए। आप अपना काम करते रहिए, संघर्ष करते रहिए;। गौरतलब है कि इरफान पठान को इस रणजी सीजन के कुछ ही मैच बाद बड़ौदा टीम की कप्तानी से हटा दिया गया। उनकी जगह पर दीपक हुड्डा को कप्तान बना दिया गया। वहीं ' युवा खिलाड़ियों' के लिए जगह बनाने की बात कहते हुए उन्हें टीम से भी बाहर कर दिया गया। पठान को कप्तानी से हटाने और टीम से बाहर किए जाने के बाद उनके प्रशंसकों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। ऐसे में अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या बड़ौदा क्रिकेट टीम के चयनकर्ता इरफान पठान को वापस टीम में शामिल करते हैं या नहीं। कुछ ही दिन पहले इरफान पठान ने भारतीय टीम से बाहर होने की वजह भी बताई थी।