#3) सलामी जोड़ी का चयन होगा मुश्किल
हाल ही में समाप्त हुए इंग्लैंड दौरे में भारतीय बल्लेबाज़ों के तकनीकी कौशल पर सवाल उठे थे। हालाँकि यह पहला मौका नहीं था, इससे पहले दक्षिण अफ्रीका दौरे में भारतीय बल्लेबाज़ संघर्ष करते नज़र आये थे।
टीम इंडिया ने अफगानिस्तान के खिलाफ बेंगलुरु में एकमात्र टेस्ट खेला जिसमें भारत के सलामी बल्लेबाज़ों ने शानदार प्रदर्शन किया और यह उम्मीद की जा रही थी कि वे अपना यह प्रदर्शन इंग्लैंड दौरे में भी जारी रखेंगे लेकिन ऐसा हो ना सका। इंग्लैंड की तेज़ पिचों पर भारतीय सलामी बल्लेबाज़ संघर्ष करते नज़र आये।
पृथ्वी शॉ पहले मैच में केएल राहुल के साथ बल्लेबाज़ी की शुरुआत कर सकते हैं। हालांकि यह सलामी जोड़ी ऑस्ट्रेलिया दौरे में सफलता की गारंटी नहीं हो सकती। ऐसे में अगर वेस्टइंडीज़ के खिलाफ प्रदर्शन के आधार पर सलामी जोड़ी का चयन होता है तो यह सही नहीं होगा।