अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में फिक्सिंग को लेकर मौजूदा समय में सख्त कदम उठाने के लिए नए फैसलों को लेकर विचार किया है। फ़िलहाल आईसीसी मैच फिक्सिंग के सात मामलों पर जाँच कर रही है और अभी तक की गई जाँच में पता चला है कि 3 अंतरराष्ट्रीय कप्तानों को पिछले 2 महीने के अंदर मैच फिक्सिंग को लेकर उनसे संपर्क करने की कोशिश की गई थी। जिसमें पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद और ज़िम्बाब्वे के कप्तान ग्रेम क्रीमर शामिल हैं, तीसरे कप्तान के नाम की औपचारिक घोषणा अभी नहीं की गई है। हाल ही में हुई पाकिस्तान और श्रीलंका सीरीज के दौरान पाकिस्तानी कप्तान सरफराज अहमद को मैच फिक्स करने के लिए संपर्क किया गया था लेकिन सरफराज ने तुरंत इस बात की सुचना पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को दी। उनकी इस सुचना के बाद आईसीसी की एंटी करप्शन यूनिट ने इस मामले पर जाँच करना शुरू की। सरफराज के बाद दूसरे कप्तान के रूप में ज़िम्बाब्वे के कप्तान ग्रेम क्रीमर को इस तरह की फिक्सिंग के लिए वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में संपर्क किया गया था और उन्होंने इस मामले की जानकारी तुरंत अपने मुख्य कोच हेथ स्ट्रीक को दी थी। तीसरे कप्तान की पहचान अभी तक नहीं हुई है लेकिन फिक्सिंग को लेकर उन्हें भी संपर्क किया गया था। एसीयू अभी तीसरे कप्तान की पहचान करने के लिए मामले की तलाश कर रही है और जैसे ही इस बात की सुचना मिलती है तो वह तीसरे कप्तान का नाम भी जल्द ही बता देंगे। आईसीसी एंटी करप्शन यूनिट के नए जनरल मैनेजर एलेक्स मार्शल ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में होने वाली फिक्सिंग को लेकर नए नियमों पर विचार किया है। नए नियमों के अनुसार आईसीसी के द्वारा खिलाड़ियों के फ़ोन को मुकाबले के दौरान अपने कब्जे में लेने के लिए कहा है। अगर खिलाड़ियों के द्वारा इन नियमों पर सख्ती से पालन नहीं किया गया, तो उन्हें 2 साल के लिए बैन कर दिया जाएगा।