हाल ही में बीसीसीआई ने भारतीय टीम के इंग्लैंड दौरे के लिए एकदिवसीय और टी -20 टीम का चयन किया है। इस सीजन में यह भारतीय टीम का सबसे महत्वपूर्ण दौरा है क्योंकि खिलाड़ियों के पास विदेशी परिस्थितियों में खुद को साबित करने का अच्छा मौका होगा। इंग्लैंड दौरे के महत्व का आकलन इस तथ्य से किया जा सकता है कि बीसीसीआई ने इंग्लैंड में पिचों और मौसम के मिजाज़ को भांपने के लिए कई खिलाड़ियों को इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेलने के लिए भेजा है। इस ओडीआई और टी -20 श्रृंखला का सबसे ज़्यादा महत्व इसलिए है क्योंकि अगला क्रिकेट विश्व कप 2019 इंग्लैंड में खेला जाएगा और भारतीय टीम श्रृंखला में इंग्लैंड की प्रस्थितिओं से तालमेल बिठाने की कोशिश करेगी। आईपीएल के मौजूदा सत्र में कई भारतीय खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। आईपीएल में उनके वर्तमान प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें भारतीय टीम में जगह दी गई है, लेकिन कुछ खिलाडी ऐसे भी हैं जिनके प्रदर्शन को अनदेखा किया गया है। आइए उन खिलाड़ियों पर नज़र डालें जिन्हे भारतीय टीम में चुने जाने पर खुद को भाग्यशाली मानना चाहिए।
#1 मनीष पांडे
मनीष पांडे को इस वर्ष की आईपीएल नीलामी में सनराइजर्स हैदराबाद द्वारा भारी कीमत पर खरीदा गया था क्योंकि हैदराबाद टीम प्रबंधन मध्य क्रम को मजबूती देने के लिए उन्हें टीम में शामिल करना चाहती थी। लेकिन अभी तक पांडे ने अपेक्षा अनुरूप प्रदर्शन नहीं किया है और उनका प्रदर्शन औसत दर्जे का रहा है। आंकड़ों की बात करें तो उन्होंने 10 मैचों में 23 की औसत और 112 की स्ट्राइक रेट से केवल 184 रन बनाए हैं। हालाँकि पांडे ने दो अर्धशतक भी लगाए हैं लेकिन सिर्फ 100 के स्ट्राइक रेट पर। दोनों पारीयों में उनकी धीमी शुरुआत हैदराबाद के मैच हारने का कारण भी बनी। फिलहाल पांडे खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। ऐसे में आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने वाले रायुडू, पंत और अय्यर पर तरजीह दिए जाने के लिए उन्हें खुद को भाग्यशाली मानना चाहिए।
#2 सिद्धार्थ कौल
भुवनेश्वर कुमार की अनुपस्थिति में युवा गेंदबाज़ सिद्धार्थ कौल सनराइज़र्स हैदराबाद के अग्रणी गेंदबाज रहे हैं और इस सीज़न में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्हें आईपीएल के इस प्रदर्शन के आधार पर ही भारतीय टीम में चुना गया है। लेकिन रणजी ट्रॉफी के साथ-साथ हाल ही में संपन्न हुई सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में वह अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। जबकि उनके चयन को उनके आईपीएल प्रदर्शन की वजह से उचित ठहराया जा सकता है, लेकिन खिलाड़ी की क्षमता को अकेले आईपीएल के प्रदर्शन से मापना शायद ठीक नहीं होगा। जबकि कई गेंदबाजों ने घरेलू प्रतियोगिताओं के साथ-साथ आईपीएल में भी लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और उन्हें अनदेखा कर दिया गया है।
#3 सुरेश रैना
सुरेश रैना ने इस साल दक्षिण अफ़्रीका के खिलाफ श्रृंखला से एक साल के अंतराल के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की थी। उन्होंने उस श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन किया था और खेल के सबसे छोटे प्रारूप में भारतीय टीम में अपनी जगह लगभग पक्की कर ली थी। हालांकि, इंडियन प्रीमियर लीग के 11 वें संस्करण में इस खिलाड़ी ने औसत प्रदर्शन किया है। आईपीएल में अभी तक 9 मैचों में लगभग 37 की औसत से उन्होंने सिर्फ 261 रन बनाए हैं। लेकिन एक मैच विजेता खिलाड़ी के तौर पर जो उनकी पहचान है, वैसा प्रदर्शन वह नहीं कर पाए हैं। वह एक बेहद सक्षम खिलाड़ी है लेकिन वह इस सीज़न में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। ऐसे समय में जब अय्यर , सैमसन, पंत और रायडू जैसे खिलाड़ी आईपीएल में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, रैना का टीम में चुना जाना काफी हैरानीजनक है। लेखक: वरुण देवनाथन अनुवादक: आशीष कुमार