आधुनिक क्रिकेट में कई खिलाड़ी ऐसे हैं जिनके अंतराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद क्रिकेट जगत को काफी नुक्सान हुआ है जिसकी भरपाई कोई नहीं कर सकता। एबी डीविलियर्स ऐसे ही खिलाड़ी हैं जिन्होंने हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से तत्काल प्रभाव से संन्यास की घोषणा कर क्रिकेट जगत को चौंका दिया। आधुनिक युग के सबसे महान कलात्मक बल्लेबाज़, डीविलियर्स ने उम्मीद से बढ़कर प्रदर्शन करते हुए वनडे में सबसे तेज़ 50, 100 और 150 रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है। डीविलियर्स ने आधुनिक क्रिकेट में जो अपनी छाप छोड़ी है, बहुत कम क्रिकेटर ऐसा कर पाए हैं। गेंद को मैदान के हर कोने पर हिट करने की उनकी सहज क्षमता उन्हें दक्षिण अफ्रीका ही नहीं बल्कि विश्व के महान क्रिकेटरों की फ़ेहरिस्त में शामिल करती है। लेकिन जैसा कि वे कहते हैं, जीवन चलता रहता है। हालाँकि ऐसे महान क्रिकेटरों के खेल से संन्यास लेने के बाद क्रिकेट जगत को गहरा सदमा लगता है लेकिन इसके साथ ही नए और युवा क्रिकटरों को अपनी प्रतिभा दिखाने का भी मौका मिलता है। दक्षिण अफ्रीका में प्रथम श्रेणी या घरेलू क्रिकेट खेलने वाले ऐसे कई खिलाड़ी हैं जो डीविलियर्स की जगह ले सकते हैं। इस लेख में हम ऐसे तीन खिलाड़ियों पर एक नज़र डालेंगे जो टी 20 प्रारूप में इस सुपरस्टार बल्लेबाज़ को बदलने का माद्दा रखते हैं।
क्रिस्टियान जोंकर
28.70 के टी 20 औसत और 132.56 की स्ट्राइक रेट के साथ क्रिस्टियान जोंकर दक्षिण अफ़्रीकी प्रथम श्रेणी क्रिकेट में एक जाना पहचाना नामा है। जोंकर ने अब तक टी 20 प्रारूप में 7 अर्धशतकों के साथ कुल 1665 रन बनाए हैं। जोंकर ने भारत के दक्षिण अफ्रीका दौरे में खेली गई टी 20 श्रृंखला में जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, युज़वेन्द्र चहल और कुलदीप यादव जैसे विश्वस्तरीय गेंदबाज़ों के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 24 गेंदों पर 49 रनों की मैच जिताऊ पारी खेली थी। उनके ऐसे प्रदर्शन को देखते हुए वह अपनी राष्ट्रीय टीम में एबी की जगह लेने के संभावित विकल्प हो सकते हैं।
एडेन मार्करम
2014 में कप्तान के तौर पर दक्षिण अफ्रीका को अंडर-19 विश्व कप जिताने वाले की एडेन मार्करम ने अपने इस प्रदर्शन के दम पर राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई है और आने वाले समय में वह टीम का नेतृत्व भी कर सकते हैं, भारत के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ में उन्होंने फ़ाफ़ डू प्लेसी की ग़ैरमौजूदगी में इस ज़िम्मेदारी को निभाया था। 23 साल के इस युवा बल्लेबाज़ ने 7 वनडे मैच खेले हैं और अपने तीसरे एकदिवसीय मैच में अपनी टीम का नेतृत्व भी किया है। उनके टेस्ट करियर की बात करें तो मार्कराम ने 10 टेस्ट मैचों में 55.56 की शानदार औसत से रन बनाए हैं। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुयी टेस्ट सीरीज़ में उन्होंने मिचेल स्टार्क, जोश हेज़लवुड और पैट कमिन्स जैसे गेंदबाज़ी आक्रमण के सामने निडरता से बल्लेबाज़ी करते हुए दो शतक जमाए हैं। टी 20 प्रारूप में अभी तक खेले 30 मैचों में उन्होंने 35.50 की औसत और 125.56 की स्ट्राइक-रेट से रन बनाए हैं जिसमें सात अर्धशतक शामिल हैं।
हेनरिक क्लासेन
हेनरिक क्लासेन ने भारत के खिलाफ वनडे सीरीज़ से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पर्दापण किया था। भारत के खिलाफ वर्षा प्रभावित अपने पहले वनडे मैच में क्लासेन ने 43 रन की धमाकेदार पारी खेलकर छह मैचों की सीरीज़ में अपनी टीम को एकमात्र जीत दिलाई थी। क्लासेन ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 35.47 की औसत और 90 से अधिक की स्ट्राइक रेट से कुल 1277 रन बनाए हैं। उनके इसी प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें स्टीव स्मिथ के प्रतिस्थापन के रूप में राजस्थान रॉयल्स ने इस IPL सीज़न में उन्हें अपनी टीम में शामिल किया था। टी -20 मैचों में उन्होंने 144.33 की स्ट्राइक रेट और 34.37 की औसत से रन बनाए हैं। एबी डीविलियर्स के संन्यास के बाद दक्षिण अफ्रीकी चयनकर्ताओं को इस विकेटकीपर-बल्लेबाज को पूर्व कप्तान की जगह टीम में मौका दिया जा सकता है। लेखक: यश मित्तल अनुवादक: आशीष कुमार