भारत में रिकॉर्ड: मैच: 9, विकेट: 34, पारी में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी: 6-125, औसत: 43.11, 5-विकेट: 1 बार 90 के दशक के महानतम स्पिनर ऑस्ट्रेलिया के शेन वॉर्न किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। उस दौर में तेंदुलकर-वॉर्न में दिलचस्प प्रतिद्वंद्विता देखने को मिलती थी। 1998 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी तेंदुलकर-वॉर्न प्रतिद्वंद्विता की मिसाल थी। वॉर्न ने चेन्नई टेस्ट में भारत की पहली पारी में तेंदुलकर को स्लिप में कैच कराकर पवेलियन वापिस भेजा लेकिन इसके बाद तेंदुलकर ने पूरी तरह से अपना प्रभुत्व बनाए रखा और मैदान के चारों ओर शॉट्स लगाए। वॉर्न ने आखिरकार 2004 में ऑस्ट्रेलिया की ऐतिहासिक जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला में वॉर्न ने 30.07 की औसत से कुल 14 विकेट लेकर भारत में अपने खराब गेंदबाज़ी रिकार्ड में कुछ सुधार किया।