बीते बुधवार ही रवि शास्त्री को टीम इंडिया का मुख्य कोच नियुक्त किया गया है। शास्त्री ने अनिल कुंबले की जगह ली है। मुख्य कोच की भूमिका में शास्त्री पहली बार होंगे। हालांकि, पहले वह टीम मैनेजर, अंतरिम कोच और निदेशक की भूमिकाएं निभा चुके हैं। शास्त्री बेशक भारत के महान क्रिकेटरों में से एक हैं। बीसीसीआई की अपेक्षा होगी कि बतौर कोच भी वह खुद की अहमियत को साबित कर पाएं। आइए जानते हैं शास्त्री के करियर के हर महत्वपूर्ण मकाम के बारे में: 27 मई, 1962: मुंबई में जन्म (तब बॉम्बे) 15 फरवरी, 1980: 17 साल 292 दिन की उम्र में मुंबई की ओर से रणजी करियर की शुरुआत। सचिन से पहले तक मुंबई के लिए खेलने वाले सबसे युवा खिलाड़ी। 21 फरवरी, 1981: न्यूजीलैंड के खिलाफ वेलिंगटन में टेस्ट करियर की शुरुआत। 22 रन और दोनों पारियों में 3-3 विकेट अपने नाम किए। 25 नवंबर, 1981: मोटेरा (अहमदाबाद) में इंग्लैंड के खिलाफ पहला अंतरराष्ट्रीय वनडे खेला। 19 रन बनाए, लेकिन विकेट एक भी नहीं मिला। 8 जुलाई, 1982: टेस्ट में भारत के लिए पहली बार ओपनिंग। ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी में 66 रन बनाए और दूसरी में नहीं खुला खाता। 30 जनवरी, 1983: टीम इंडिया से खेलते हुए पहला शतक, कराची में पाकिस्तान के खिलाफ। 25 जून, 1983: विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा। 5 अक्टूबर, 1983: नागपुर में पाक के खिलाफ 75 रन देकर 5 विकेट चटकाए। वनडे में शास्त्री का बेस्ट। 6 अक्टूबर, 1984: कपिल देव (175) के बाद वनडे में शतक मारने वाले दूसरे भारतीय। इंदौर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 102 रनों की पारी। 27 दिसंबर, 1984: कटक में इंग्लैंड के खिलाफ पहले विकेट के लिए क्रिस श्रीकांत के साथ 188 रनों की रिकॉर्ड साझेदारी। 102 रनों की हिस्सेदारी। 10 जनवरी, 1985: फर्स्ट क्लास क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक। 123 गेंदों में बनाए थे 200 रन। उसी पारी में तिलक राज के ओवर में 6 गेंदों पर 6 छक्के लगाए। सर गैरी सोबर्स के बाद ऐसा करने वाले दूसरे क्रिकेटर। 10 मार्च, 1985: ऑस्ट्रेलिया में बेनसन और हेजेज वर्ल्ड चैंपियनशिप में जीत दिलाने में अहम भूमिका। शास्त्री को प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया और ‘द चैंपियन ऑफ चैंपियन्स’के खिताब से नवाजा गया और साथ में मिली ऑडी 100 कार। शास्त्री ने 182 रन बनाए थे और 8 विकेट लिए थे। 6 अप्रैल, 1985: रणजी के फाइनल में दूसरी पारी में 91 रन देकर 8 विकेट लिए और 30वीं बार मुंबई को खिताब जिताने में अहम भूमिका। 22 सितंबर, 1986: चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दोनों पारियों में क्रमश: 62 और 48 रन बनाए। 11 जनवरी, 1988: टेस्ट करियर में पहली और आखिरी बार भारत की कप्तानी। भारत ने वेस्टइंडीज को 255 रनों के बड़े अंतर से दी थी मात। 9 अप्रैल, 1989: टेस्ट क्रिकेट में सबसे उम्दा पारी खेली। वेस्टइंडीज के दिग्गज गेंदबाजों (मैलकम मार्शल, कर्टली ऐम्ब्रोस, कॉर्टनी वॉल्श और ईयान बिशप) के सामने 107 रनों की पारी। 1990: ऋतु सिंह से शादी। 2 नवंबर, 1990: फर्स्ट क्लास में व्यक्तिगत सर्वाधिक स्कोर। ईरानी ट्रॉफी में बंगाल के खिलाफ 217 रन। 14 नवंबर, 1991: नई दिल्ली में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 109 रनों की पारी। वनडे में शास्त्री का सर्वाधिक स्कोर। 8 दिसंबर, 1991: पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महज 15 रन देकर 5 विकेट। वनडे में उनका सबसे अच्छा प्रदर्शन। 4 जनवरी, 1992: टेस्ट में पहला दोहरा शतक। सिडनी में कंगारुओं के खिलाफ 206 रन बनाए। वही टेस्ट में उनका आखिरी शतक भी था और वह दिग्गज शेन वॉर्न का पहला शिकार बने थे। 25 नवंबर, 1992: आखिरी वनडे खेला। डरबन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 5 रन बनाए और 1 विकेट लिया। 29 दिसंबर, 1992: टेस्ट क्रिकेट को अलविदा। पोर्ट एलिजाबेथ में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहली पारी में 10 और दूसरी पारी में 5 रन बनाए। विकेट लेने में नाकाम रहे। मार्च 1995: पहली बार टीवी कॉमेंट्री की। 7 अप्रैल, 2007: बांग्लादेश दौरे के लिए अंतरिम कोच के रूप में नियुक्ति। 2008: पिता बने, बेटी का नाम अलेका। 19 अगस्त, 2014: सीमित ओवरों के प्रारूप के लिए टीम निदेशक बने। 26 सितंबर, 2014: भारत सीरीज में इंग्लैंड को 4-1 से हराकर वनडे में नंबर 1 बना और इसे देखते हुए बतौर निदेशक शास्त्री का कार्यकाल 2015 विश्व कप तक बढ़ा दिया गया। 20 जून, 2015: डंकन फ्लेचर का करार खत्म होने के बाद, शास्त्री का कार्यकाल 2016 टी-20 विश्व कप तक के लिए बढ़ाया गया। अगस्त 2015: 22 साल बाद श्रीलंकाई धरती पर भारत को टेस्ट सीरीज जिताने में योगदान। दिसंबर 2015: 3 टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत ने दक्षिण अफ्रीका का 3-0 से किया सफाया। शास्त्री का अहम योगदान। जनवरी 2016: शास्त्री के कार्यकाल में भारत ने 3 टी-20 मैचों की सीरीज में ऑस्ट्रेलिया का क्लीन स्वीप किया। फरवरी 2016: शास्त्री के मार्गदर्शन में टीम ने एशिया कप टी-20 जीता। 31 मार्च, 2016: टीम निदेशक के तौर पर आखिरी मैच। 2016 टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल मैच में भारत वेस्टइंडीज से हार गया। 23 जून, 2016: अनिल कुंबले को टीम इंडिया का मुख्य कोच नियुक्त किया गया। 27 जून, 2017: कुंबले के इस्तीफे के बाद शास्त्री ने कोच पद के लिए आवेदन दिया। 11 जुलाई, 2017: 2019 विश्व कप तक के लिए टीम इंडिया के मुख्य कोच के तौर पर नियुक्ति।