ऑस्ट्रेलिया के 10 महानतम टेस्ट खिलाड़ी

हम बात करने जा रहे हैं क्रिकेट इतिहास में हमेशा से वर्चस्व रखने वाले देश के कुछ खिलाड़ियों के बारे में, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में देश के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। टेस्ट हो या वनडे क्रिकेट, शीर्ष पर रहना जैसे ऑस्ट्रेलियाई टीम की आदत सी रही है। टेस्ट क्रिकेट में लगातार 16 मैचों तक अजेय रहने का कारनामा ऑस्ट्रेलियाई टीम दो बार कर चुकी है। टीम ने विश्व क्रिकेट को कई महान खिलाड़ी दिए हैं। आइए जानते हैं कि कौन हैं ऑस्ट्रेलियाई टीम के 10 शीर्ष टेस्ट खिलाड़ीः #10. मैथ्यू हेडन ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के सबसे बेहतरीन और विस्फोटक सलामी बल्लेबाजों में से एक, हेडन ने अपने टेस्ट करियर की शुरूआत 1994 में की थी, लेकिन 2000 में हुए टीम के न्यूजीलैंड दौरे तक वह टीम के स्थाई सदस्य नहीं बन सके। हालांकि, इस सीरीज के आखिरी टेस्ट में दोनों पारियों में अर्धशतक लगाकर उन्होंने अपनी जगह पक्की कर ली। जस्टिन लैंगर के साथ मिलकर उन्होंने टीम को बेहतरीन सलामी जोड़ी का विकल्प दिया। 2003 में उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ 380 रनों की पारी खेली और उस समय तक सर्वाधिक रहे ब्रायन लारा के 375 रनों के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। हालांकि, लारा ने इस रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया, लेकिन किसी भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी द्वारा एक पारी में सर्वाधिक रनों का रिकॉर्ड हेडन के नाम ही रहा। हेडन एकमात्र ऐसे क्रिकेटर हैं, जिन्होंने 5 बार एक कैलेंडर ईयर में 1000 से ज्यादा टेस्ट रन बनाए हैं। हेडन कमाल के स्लिप फील्डर भी रहे हैं। उनके नाम पर 128 कैच भी दर्ज हैं। हेडन ने 2009 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया। उनके नाम पर 8625 रन हैं। ऑस्ट्रेलियाई के लिए सर्वाधिक टेस्ट रन बनाने खिलाड़ियों की सूची में 5वें नंबर पर।#9. ग्रेग चैपल grer अपने रिटायरमेंट तक चैपल, ऑस्ट्रेलियाई के ओर से सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। चैपल कई विवादों में फंसे, लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि वह विश्व क्रिकेट से सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक रहे हैं। अपने पहले टेस्ट में चैपल ने इंग्लैंड के खिलाफ शतक जमाया था। मिड ऑफ और मिड ऑन के बीच से उनका शानदार तकनीकी शॉट हमेशा याद किया जाता रहेगा। 1974 में चैपल ने वेलिंगटन में न्यूजीलैंड के खिलाफ एक पारी में 247 रन और दूसरी पारी में 133 रन बनाए। 1990 तक यह आंकड़ा एक टेस्ट में सर्वाधिक रनों के रूप में दर्ज रहा। ग्राहम गूच ने इस रिकॉर्ड को तोड़ा। 14 साल लंबे टेस्ट करियर में चैपल ने 87 मैचों में 53.86 के औसत के साथ 7110 रन बनाए। उनके नाम पर 31 अर्धशतक और 24 शतक दर्ज हैं। चैपल अच्छे पार्ट टाइम बोलर भी थे। उनके नाम पर 46 टेस्ट विकेट भी हैं। 1972 में सिडनी में पाकिस्तान के खिलाफ 61 रनों पर 5 विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा। रिटायरमेंट तक चैपल के नाम पर टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक कैच (122) का रिकॉर्ड भी दर्ज था। चैपल के नाम पर पहले और आखिरी टेस्ट दोनों में ही शतक जमाने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। उनके अलावा यह कारनामा सिर्फ विलियम पॉन्सफोर्ड, रेगिनल्ड डफ और मोहम्मद अजहरूद्दीन के नाम पर है।#8. डेनिस लिली denii रिटायरमेंट के वक्त तक डेनिस लिली ऑस्ट्रेलिया के विकेट लेने वाले मुख्य गेंदबाजों में शामिल थे। डेनिस लिली का सफर ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ हमेशा ही सहज नहीं रहा। 70 के दशक के शुरूआती दौर में लिली फिटनेस की वजह से नियमित तौर पर टीम का प्रतिनिधित्व नहीं कर सके। हालांकि, लिली ने अपनी फिटनेस को सुधारा और 70 के दशक के आखिरी दौर और 80 के दशक में ऑस्ट्रेलियाई टीम के मुख्य खिलाड़ियों में शुमार हुए। अपने दौर में लिली को घातक गेंदबाज के रूप में देखा जाता था। उनकी गति उनका मुख्य हथियार थी। 1981 में लिली रिची बेनॉड को पछाड़ते हुए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज बने। इसके बाद लिली का रिकॉर्ड गिब्स ने तोड़ा, लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच खेलते हुए लिली एक बार फिर इस पायदान को पार कर गए। लिली ने विकेटकीपर रॉडनी मार्श के साथ मिलकर कमाल की जोड़ी बनाई। 69 मैचों में लिली के गेंदों पर मार्श ने 95 बार कैच पकड़ बल्लेबाजों को चलता किया। यह रिकॉर्ड आज भी कायम है। 70 टेस्ट मैचों में लिली के नाम पर 355 विकेट दर्ज हैं, जिनमें 23 बार 5 विकेटों के स्पेल भी शामिल हैं। लिली के नाम पर 905 रन भी हैं, जिसमें लॉर्ड में इंग्लैंड के खिलाफ उनकी 73 रनों की शानदार पारी भी शामिल है। यह बल्ले से लिली का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।#7. एडम गिलक्रिस्ट edd गिलक्रिस्ट का स्ट्राइक रेट (81.95) कमाल का है। उन्हें विश्व क्रिकेट का सबसे उम्दा विकेटकीपर बल्लेबाज माना जाता रहा है। ईयान हीली की वजह से गिली 28 साल की उम्र तक अपना टेस्ट क्रिकेट नहीं शुरू कर सके। हीली का फॉर्म गिरा। चयनकर्ता उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ उनके घरेलू मैदान गाबा में फेयरवेल मैच का मौका देना चाहते थे, लेकिन मौका मिला गिली को। गाबा को यह रास नहीं आया। इसके बावजूद गिली ने शानदार विकेटकीपरिंग से सबको चौंका दिया। पहले मैच में गिली ने 5 कैच लिए और एक स्टम्पिंग की। अपने दूसरे टेस्ट में गिली ने अपने बल्ले का जादू दिखाया और 149 रनों की पारी खेल डाली। दिलचस्प है कि वनडे ओपनिंग से इतर टेस्ट में गिली ने 7वें नंबर पर भी बैटिंग की है। हालांकि, इसका फर्क उनके प्रदर्शन पर कभी भी नहीं दिखा। गिलक्रिस्ट की आक्रामक बल्लेबाज ने कई बार ऑस्ट्रेलियाई टीम की नैय्या पार लगाई। देर से करियर की शुरूआत के बावजूद गिली 96 टेस्ट मैचों में 5570 रन बनाने में कामयाब रहे। यह किसी कीपर-बल्लेबाज द्वारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। उनका औसत 47.60 का रहा। 5000 से अधिक टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाजों में गिली स्ट्राइक रेट (81.95) के नाम पर दूसरे नंबर पर हैं। बतौर विकेटकीपर गिली 379 कैच और 37 स्टम्पिंग के साथ मार्क बाउचर के बाद दूसरे पायदान पर हैं।#6. स्टीव वॉ wauj ऑस्ट्रेलिया के सबसे बेहतरीन कप्तानों में शुमार स्टीव वॉ को टेस्ट क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाजों में गिना जाता है। 1987 में करियर की शुरूआत करने के साथ ही वह टीम के सबसे करिश्माई खिलाड़ियों में शुमार हो गए। उनकी कप्तानी में ही टीम लगातार 16 टेस्ट मैचों में जीत का कारनामा कर चुकी है। वॉ ने शुरूआत बतौर ऑल-राउंडर की थी, लेकिन बैक इंजरी के चलते वह बोलिंग को जारी नहीं रख सके। हालांकि, यह उनके लिए बेहतर साबित हुआ क्योंकि वक्त के साथ उनकी बल्लेबाजी निखरती गई। दो दशकों के लंबे करियर में वॉ ने 168 मैच खेले और 10,927 रन बनाए। उनका औसत भी 51.06 का रहा। उनके नाम पर 50 अर्धशतक और 32 शतक दर्ज हैं। उन्होंने 92 विकेट भी लिए हैं और 3 बार 5 विकेटों का स्पेल भी कर चुके हैं। वॉ कमाल के फील्डर भी थे। उनके नाम पर 112 कैच भी हैं।#5. ग्लेन मैकग्रा glenn मैकग्रा टेस्ट क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हैं। इसमें कोई दोराय नहीं है कि ग्लेन ऑस्ट्रेलिया के सबसे उम्दा तेज गेंदबाज रहे हैं। सधी हुई गेंदबाजी के बल पर ग्लेन ने अपना खौफ कायम करके रखा था। 90 के दशक के मध्य से 2000 तक की ऑस्ट्रेलियाई टीम को विश्व क्रिकेट की सबसे उम्दा टीम माना जाता है और ग्लेन इस टीम का अहम हिस्सा रहे हैं। मैकग्रा उन चुनिंदा गेंदबाजों में शुमार हैं, जिनके नाम पर एक से ज्यादा 8 विकेट के स्पेल हैं। 14 सालों के करियर में ग्लेन ने 124 टेस्ट खेले और 21.64 के औसत के साथ 563 विकेट चटकाए। ग्लेन ने 29 बार 5 विकेटों और 3 बार 10 विकेटों का स्पेल डाला है। मैकग्रा के नाम पर सिर्फ एक अर्धशतक है।#4. शेन वॉर्न 66 वॉर्न के नाम पर टेस्ट क्रिकेट में 708 विकेट दर्ज हैं। विश्व क्रिकेट के महानतम स्पिनरों में शुमार वॉर्न के पास किसी भी तरह की पिच पर गेंद को स्पिन कराने का माद्दा था और इस काबिलियत के बल पर वॉर्न हमेशा ही टीम के मुख्य खिलाड़ियों की फेहरिस्त में शामिल रहे। वॉर्न के खाते में 145 टेस्ट और 708 विकेट हैं, जो किसी भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाद के लिए सर्वाधिक है। वॉर्न का टेस्ट करियर औसत 25.41 का रहा है। साथ ही, वह 37 बार पांच विकेटों का स्पेल डाल चुके हैं। उनका करियर बेस्ट 8/71 है। वॉर्न बतौर बल्लेबाज भी खास रहे हैं। उन्होंने टेस्ट में 3145 रन बनाए, जिनमें 12 अर्धशतक भी शामिल हैं। उनका सर्वाधिक स्कोर (99) न्यूजीलैंड के खिलाफ रहा है। इतना ही वॉर्न के नाम पर 125 कैच भी हैं। इस हिसाब से ऑस्ट्रेलियाई फील्डरों की सूची में वह 7वें पायदान पर आते हैं।#3. ऐलन बॉर्डर noo ऑस्ट्रेलियाई के महान कप्तानों में बॉर्डर का नाम भी आता है। अपने दिनों में बॉर्डर को दुनिया का महानतम बल्लेबाज माना जाता था। बॉर्डर का खेल आक्रामक नहीं बल्कि सूझबूझ वाला था। स्पिन बोलिंग के लिए उन्हें माहिर माना जाता था। बॉर्डर के कप्तानी संभालने से पहले ऑस्ट्रेलिया टीम का दबदबा कुछ खास नहीं था। उन्होंने ही टीम के समीकरण बदले और फिर कंगारुओं के शानदार सफर को यादगार बनाया, रिकी पोंटिंग और स्टीव वॉ जैसे कप्तानों ने। अपने रिटायरमेंट के वक्त तक, बॉर्डर के नाम पर सर्वाधिक टेस्ट रन (11,174) थे। 156 टेस्ट मैचों में उनका औसत 50.56 का रहा है। बॉर्डर ने टेस्ट क्रिकेट में 63 अर्धशतक और 27 शतक जड़े हैं। अपने 100वें टेस्ट में वेस्टइंडीज के खिलाफ बॉर्डर ने 7/46 का स्पेल डाला था, जो ऑस्ट्रेलिया के स्टार गेंदबाज डेनिस लिली से भी बेहतर है। बॉर्डर के नाम पर लगातार सबसे ज्यादा टेस्ट मैच खेलने का रिकॉर्ड भी है। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की बात करें तो पोंटिंग के नाम पर सर्वाधिक टेस्ट रन हैं। उन्हें भी महान कप्तानों में शुमार किया जाता है। पोंटिंग ने अपने करियर में कई बड़े मकाम हासिल किए। 1995 में अपने पदार्पण के कुछ वक्त बाद ही वह टीम के अहम खिलाड़ी बन गए।#2. रिकी पोंटिंग poll वैसे तो पोंटिंग के पास हर शॉट को खेलने का क्लास था, लेकिन उन्हें हुक और पुल शॉट्स का माहिर माना जाता था। बतौर कप्तान रिकी ने टीम के लिए कई पारियां खेलीं। 168 मैचों के करियर में रिकी ने 51.85 के औसत से 13,378 रन बनाए, जिनमें 62 अर्धशतक और 41 शतक शामिल हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन (257) भारत के खिलाफ है। पोंटिंग शानदार फील्डर भी थे। 196 कैचों के साथ वह इस मामले में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की लिस्ट में चौथे पायदान पर हैं।#1.सर डॉन ब्रैडमैन uuu ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के महान टेस्ट खिलाड़ियों की सूची में यह नाम सबसे ऊपर होगा, इसमें कोई दोराय नहीं। 1930-40 के दशक में ब्रैडमैन का एकतरफा वर्चस्व था और गेंदबाज उनके नाम से घबराया करते थे। उन्हें अधिक उछाल वाली डिलिवरीज का माहिर माना जाता था। उनकी शैली काफी आक्रामक थी, जिसके बल पर बिना डिफेंस किए किसी भी तरह की गेंदबाजी को खेलने में सक्षम थे। दो दशक लंबे करियर में, ब्रैडमैन ने 99.94 के असाधारण औसत के साथ 6996 रन बनाए, जिनमें 13 अर्धशतक और 29 शतक शामिल रहे। इन्हें ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट का सबसे महानतम खिलाड़ी कहना गलत नहीं होगा।