ऑस्ट्रेलिया के सर्वकालीन 10 महान टेस्ट क्रिकेटर

#9 ग्रेग चैपल

gregchappel

वनडे की आखिरी गेंद में अंडर आर्म गेंदबाजी, भारत के बेहतरीन कप्तान में से एक के साथ टकराव, भारतीय खिलाड़ियों की कोचिंग और कॉन्ट्रोवर्सी, ग्रेग चैपल और विवादों का चोली दामन का साथ रहा है। लेकिन हम इससे इनकार नहीं कर सकते हैं कि वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक रहे हैं।

चैपल ने इंग्लैंड के खिलाफ अपनी पहली टेस्ट सीरीज में शतक लगाया और इस प्रारूप के सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ियों में से एक बन गए। चैपल ने अनूठे स्ट्रोक खेलने की तकनीक का आविष्कार किया जहां उन्होंने गेंद को मिड-ऑफ और मिड-ऑन के बीच एक सीमित वृत चाप में खेला।

1974 में चैपल ने वेलिंग्टन में न्यूजीलैंड के खिलाफ एक टेस्ट में 247 और 133 रन बनाये थे, जो एक टेस्ट मैच में सबसे ज्यादा रन बनाने के लिए रिकॉर्ड था जब तक कि ग्राहम गूच ने 1990 में इसे नहीं तोड़ा था।

14 साल के लंबे टेस्ट करियर के दौरान चैपल ने 87 मैचों में 53.86 की औसत से 7110 रन बनाये हैं जिसमें 31 अर्धशतक और 24 शतक शामिल रहे हैं। इसके अलावा चैपल पार्ट टाइम बॉलर भी थे जिसमें उनके नाम 46 विकेट रहे। सिडनी में पाकिस्तान के खिलाफ 1972 में एक टेस्ट के दौरान चैपल ने अपना सर्वश्रेष्ठ बॉलिंग प्रदर्शन करते हुए 61 पर 5 विकेट झटके। उनके रिटायरमेंट के दौरान उनके नाम टेस्ट क्रिकेट में 122 कैच लेने का भी रिकॉर्ड दर्ज हुआ।

अपनी आखिरी टेस्ट पारी में 182 रन खेलने वाले चैपल उन चार खिलाड़ियों की सूची ( विलियम पोन्सफोर्ड, आर डफ और मोहम्मद अजहरुद्दीन) में शामिल हो गये जिन्होंने अपनी पहली और आखिरी पारी में शतक लगाया था।