क्रिकेट को भद्रजनों का खेल कहा जाता है। लेकिन क्रिकेट के इतिहास में कई ऐसे मौके आये हैं, जब जब मैदान पर खिलाड़ियों के बीच आपसी कहा सुनी झगड़े में बदल गयी है। जिसकी वजह से ये खेल शर्मसार हुआ है। बीते वर्षों में मैदान पर खिलाड़ियों की भिड़ंत इतनी बढ़ी है कि मैच के अधिकारीयों को बीच बचाव कराने पड़े और बाद में उन पर अनुशासनात्मक कार्यवाही भी हुई है। इस खेल में ऐसे मौके कई बार स्लेजिंग से शुरू हुए, बाद में लड़ाई में बदल गये। स्लेजिंग में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हमेशा आगे रहे हैं। लेकिन अब आधुनिक क्रिकेट में तकरीबन सभी टीमों में स्लेजिंग करने वाले खिलाड़ी हैं। इसी क्रम में आज हम आपको क्रिकेट मैदान पर हुए 10 बड़े झगड़ों के बारे में बता रहे हैं: #10 जावेद मियांदाद बनाम डेनिस लिली डेनिस लिली और जावेद मियांदाद अपने-अपने देशों के शानदार खिलाड़ी रहे हैं। सन 1981-82 में ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच हुए एक मैच में लिली और मियांदाद के बीच क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी लड़ाई हुई। पर्थ में हो रहे पहले टेस्ट में जावेद मियांदाद जब दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी करने आये तब पाकिस्तान की हालत बेहद ख़राब थी। लेकिन मियांदाद और मंसूर अख्तर ने एक बड़ी साझेदारी निभाई। इसी दौरान लिली मियांदाद से उलझ गये। लिली मियांदाद के रन लेने के दौरान जानबूझकर रास्ते में आ गये थे। उसके बाद वह मियांदाद को धक्का देने की कोशिश कर रहे थे। जवाब में मियांदाद ने तकरीबन लिली के ऊपर बल्ला दे मारा था। बाद में अंपायरों ने इस झगड़े को सुलझाया।
सन 1996 के विश्वकप में भारत और पाकिस्तान के बीच क्वार्टरफाइनल का मैच हो रहा था। जहां टीम इंडिया ने पाकिस्तान के सामने जीत के लिए 288 रन का लक्ष्य रखा था। जवाब में पाकिस्तानी सलामी बल्लेबाज़ आमिर सोहैल जबरदस्त फॉर्म में बल्लेबाज़ी कर रहे थे। टीम का स्कोर जब 109 था तभी उन्होंने वेंकटेश प्रसाद की गेंद पर कवर ड्राइव लगाकर चौका जड़ा। सोहैल ने प्रसाद को सीमा रेखा की तरफ इशारा किया। जिसके बाद दोनों खिलाड़ियों में वर्बल वार हो गया था। अगली ही गेंद पर प्रसाद ने सोहैल को बोल्ड कर दिया। जिसके बाद प्रसाद ने सोहैल को पवेलियन जाने का इशारा किया। भारत इस मैच को जीतकर सेमीफाइनल में पहुंच गया था।
साल 2006 में तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने भारत दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर था। जहां जोहान्सबर्ग में पहले टेस्ट की दूसरी पारी में भारत काफी मजबूत स्थिति में था जब प्रोटियाज़ मात्र 79 रन पर आलआउट हो गये थे। भारत का स्कोर 219 रन पर 9 विकेट था। श्रीसंत और वीआरवी सिंह क्रीज़ पर थे। आंद्रे नेल ने श्रीसंत को कुछ कहा। जवाब में श्रीसंत ने भी उन्हें बल्ले और मुंह से जवाब दिया। श्रीसंत ने आंद्रे नेल की गेंद पर छक्का जड़ दिया। छक्का जड़ने के बाद श्रीसंत का सेलिब्रेशन देख सब हैरान रह गये। बाद में टीवी इंटरव्यू में श्रीसंत ने इस वाकये को याद करते हुए कहा था कि नेल ने उन्हें उकसाते हुए टिप्पणी की थी। “वह बाउंसर से चोटिल करने की बात कर रहा था, साथ ही मुझे डरा हुआ खरगोश भी बोला था। जवाब में मैंने बल्ला भांजा तो गेंद बल्ले से कनेक्ट हो गयी।”
टी-20 वर्ल्ड के पहले संस्करण में एमएस धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया था। टीम इंडिया ने ख़िताब पर कब्जा भी किया था। सुपर 8 के स्टेज में भारत का मुकाबला इंग्लैंड से हुआ। इस मैच में युवराज और फ़्लिंटॉफ़ के बीच काफी कहासुनी हो गयी थी। युवराज सिंह मैदान पर नए थे, इसीलिए फ़्लिंटॉफ़ ने उन्हें उकसाने की कोशिश की। जवाब में युवराज ने भी उन्हें जवाब दिया। युवराज ने इस पूरे वाकये को एक इंटरव्यू में बताया था। फ़्लिंटॉफ़: वे सब फ***इंग शॉट थे। युवराज: फ*** यू फ़्लिंटॉफ़: एक्सक्यूज मी? युवराज: मैंने जो कहा है वह तुमने सुना होगा। फ़्लिंटॉफ़: मैं तुम्हारा सर धड़ से अलग कर दूंगा। युवराज: ये मेरे हाथ में जो बल्ला है वह देख रहे हो, तुम्हे पता है मैं इससे तुम्हे कहा मरूँगा? इसके बाद युवराज सिंह ने इसी मैच में स्टुअर्ट ब्राड की 6 गेंदों पर लगातार 6 छक्के उड़ाए थे।
साल 2008 में भारत ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने गया था। उस वक्त भारतीय टीम के कप्तान अनिल कुंबले थे। भारत पहला टेस्ट मैच हार गया था। लेकिन टीम इंडिया दूसरे टेस्ट में अच्छी बल्लेबाज़ी कर रही थी। खराब अंपायरिंग के चलते ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 134/6 के बाद 463 रन बना लिए थे। सचिन और हरभजन बल्लेबाज़ी कर रहे थे, तभी साइमंड्स ने हरभजन उकसाने की कोशिश की। जिसका जवाब हरभजन ने अपने ही अंदाज में दिया। साइमंड्स को लगा भज्जी ने उन्हें बन्दर कहा है। जबकि सचिन ने इसे भारतीय स्लैंग बताया था। इसे नस्लीय कमेंट मानते हुए भज्जी पर 3 टेस्ट मैच का बैन लगा दिया गया। जिसे भज्जी ने चुनौती दे दी। बाद में विवाद बढ़ा तो बैन हटा लिया गया। इस सीरीज में भारत ने पर्थ में यादगार जीत दर्ज की थी।
भारत के टेस्ट कप्तान कोहली मैदान पर किसी बात का जवाब देने से नही चूकते हैं। साल 2014-15 के दौर पर ऑस्ट्रेलिया के स्पीडस्टर जॉनसन ने कोहली से भिड़ंत की थी। ये पहली बार नही था। ये दोनों दिग्गज कई बार ऐसा कर चुके थे। जॉनसन ने कोहली के ऊपर गेंद फेंक दी थी। जवाब में कोहली ने इस गेंदबाज़ पर फब्ती कसी तो उन्हें माफ़ी मांगना पड़ा। कोहली इस वाकये से काफी हैरान थे। उनकी नाराजगी साफ़ देखी जा सकती थी। इस वजह से कोहली का ध्यान भंग हुआ, जिसके जवाब में उन्होंने जॉनसन की गेंदों की खूब धुनाई की।
साल 2007-08 में गंभीर और शाहिद अफरीदी के बीच जबरदस्त झगड़ा हुआ था। एक रन लेने के बाद गंभीर सीधे आफरीदी से भिड़ने चले गये थे। दोनों के बीच जबरदस्त बहस मैदान पर देखने को मिली थी। अंपायरों ने इस झगड़े को खत्म करवाया था।
2014 आईपीएल में पोलार्ड और स्टार्क के बीच जो फाइट हुई थी। वह क्रिकेट के मैदान की गंदी लड़ाईयों में से एक है। आरसीबी के गेंदबाज़ स्टार्क की बाउंसर को हुक करने में असफल होने पर पोलार्ड को स्टार्क ने कुछ कहा था। पोलार्ड ने उन्हें गेंद फेंकने को कहा था। अगली गेंद पर जब पोलार्ड ने बैक टू द बॉलर खेला तो स्टार्क ने उनके स्टंप पर थ्रो मारा जहां पोलार्ड ने खुद को किसी तरह बचाया और उसके बाद पोलार्ड ने स्टार्क की तरफ बल्ला फेंका। जिसे देखकर ऐसा लगता था। मानो वह स्टार्क को मारना चाहते थे। बाद में किसी तरह से ये मामला शांत हुआ था। #2 शेन वॉर्न बनाम मार्लन सैमुएल्स बिग बैश लीग में जनवरी 2013 में शेन वार्न और मार्लन सैमुएल्स के बीच तीखी नोंक-झोंक देखने को मिली थी। सैमुएल्स ने रेनेगाडेस के बल्लेबाज़ डेविड हसी को दूसरा रन लेने में रुकावट पैदा की थी। जिसका बदला वॉर्न ने उनकी बल्लेबाज़ी करने के दौरान लिया। वॉर्न ने सैमुएल्स के इस बर्ताव की आलोचना भी की थी। साथ ही जब वह मैदान पर बल्लेबाजी करने आये तो वह सैमुएल्स से उलझ भी गये थे। बाद में जब अंपायरों ने इन्हें शांत कराया तब जाकर मामला शांत हुआ। वार्न ने उस वक्त माइक्रोफोन लगा रखा था तो उनकी आवाज साफ़ सुनाई दे रही थी। साथ ही उन्होंने सैमुएल्स की कालर भी पकड़ ली थी।
क्रिकेट के मैदान की सबसे बुरी लड़ाई है। जो बरमूडा क्लब के क्रिकेटरों के बीच हुई थी। चैंपियन ऑफ़ चैंपियंस 2015 के फाइनल मैच में ये खिलाड़ी आपस में झगड़ गये थे। हालाँकि इन खिलाड़ियों पर आजीवन प्रतिबन्ध लगा दिया गया है। क्लेवलैंड काउंटी क्रिकेट क्लब के विकेटकीपर जेसन एंडरसन विल्लो कट्स क्रिकेट क्लब के बल्लेबाज़ जार्ज ओ ब्रायन के बीच शारीरिक लड़ाई हो गयी थी। जिसके बाद मैच अधिकारीयों ने इन्हें प्रतिबंधित कर दिया था। बरमुडा क्रिकेट क्लब का मानना था कि ये किसी भी तरह से उचित नहीं है। ऐसा क्रिकेट में नहीं होना चाहिए।