ये टेस्ट गलत कारणों के चलते हर भारतीय क्रिकेट प्रशंसक के जहन में कई सालों तक ताज़ा रहेगा । पहले टेस्ट में इंग्लैंड टीम को बुरी तरह रौंदने के बाद भारतीय टीम ने वानखेड़े पर मेहमान टीम की परेशानियां बढ़ाने के लिए पूरी तरह से स्पिन फ्रेंडली ट्रैक बनवाया । हालांकि भारत की ये चाल बिलकुल उलटी पड़ गई और ग्रेम स्वान और मोंटी पानेसर ने पलटवार करने के लिए उन परिस्थितियों का पूरा लाभ उठाया । इंडिया ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए चेतेश्वर पुजारा की 135 रनों की पारी की मदद से 327 रन बनाए । जवाब में इंग्लैंड के कप्तान कुक और केविन पीटरसन ने शतकीय पारी खेली औऱ पहली पारी में इंग्लैंड को 87 रन की बढ़त दिला दी। जहां कुक ने 122 रन की पारी खेली वहीं पीटरसन का कहर स्पिनर्स पर जारी रहा और उन्होंने 186 रन की भव्य पारी खेली। भारत के 9 बल्लेबाज़ दूसरी पारी में दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच सके और पानेसर और स्वान ने टीम इंडिया को महज 142 रन पर ऑलआउट कर दिया जिससे इंग्लैंड के सामने सिर्फ 57 रन का टारगेट था। ये रन इंग्लैंड के ओपनर्स ने आसानी से बना लिए और सीरीज़ 1-1 से बराबर हो गई।