भले ही ये मैच सबसे ज्यादा रोमांचक न हो लेकिन इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज हो गया क्योंकि 2011 में यहीं फाइनल में श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर भारत दूसरि बार वनडे का वर्ल्डकप जीता । पहले बल्लेबाज़ी करते हुए श्रीलंकाई ने महेला जयवर्धने की एतिहासिक शतकीय पारी की मदद से 274 रन बनाए। लसिथ मलिंगा ने फिर सचिन तेंदुलकर और विरेंदर सहवाग का विकेट चटकाकर भारत के समर्थकों को शांत करा दिया। गौतम गंभीर और धोनी फिर एक महत्वपूर्ण साझेदारी कर भारत की पारी को पटरी पर ले आए। हालांकि गंभीर 97 रन की पारी खेलकर आउट हो गए , लेकिन धोनी जो युवराज से पहले बल्लेबाज़ी के लिए आए थे दूसरे छोर से लगातार रन बनाते रहे और आखिर तक 91 रन बनाकर नाबाद रहे। कुलासेखरा की गेंद और धोनी का वो लॉन्ग ऑन पर लगाया हुआ छक्का , वो पल हर भारतीय क्रिकेट प्रेमी में दिल में हमेशा हमेशा के लिए बस गया।