1990 के दशक वनडे क्रिकेट में भारत की ये जीत सबसे यादगार पलों में से एक है। भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए साउथ अफ्रीका के खिलाफ बोर्ड पर 195 रन लगाए और सचिन तेंदुलकर ने यहां गेंदबाजी का जलवा दिखाया। पहले, कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 90 रन की बड़ी पारी खेली और टीम को मुश्किल हालात से बचाने की कोशिश की। फाइनल में पहुंचने के लिए 196 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ आफ्रीका, एक समय पर 103 रन पर 3 विकेट गवांने के बाद मजबूद दिखाई दे रही थी। आसान दिख रही जीत साउथ अफ्रीका के लिए मुश्किल तब बन गई जब अगले 39 रन बनाने में टीम के 4 विकेट झटक गए। आखिरी ओवर में साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 6 रन की दरकार थी। लेकिन कप्तान अजहर ने सबको चौंकाते हुए जवगल और प्रभाकर को आखिरी ओवर देने की बजाय गेंद सचिन के हाथों में थमा दी। सचिन ने पूरी शिद्दत से गेंदबाजी करते हुए आखिरी ओवर में मजह 3 रन देकर टीम इंडिया को 2 रन से जीत दिलाने में अहम रोल निभाया।