अपने करियर के चरम पर सर बॉथम सभी क्रिकेट फैन्स के लिए आकर्षण का केंद्र रहते थे। क्रिकेट के दो ऐतिहासिक टूर्नामेंट्स (बॉम्बे में हुआ जुबली टेस्ट और 1981 की ऐशज सीरीज) को इस खिलाड़ी ने अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से और भी यादगार बना दिया। एक तरफ उन्होंने 60.71 के बेहतरीन औसत के साथ 5000 से ज्यादा टेस्ट रन बनाए और दूसरी ओर उनके 383 टेस्ट विकेट के रिकॉर्ड को सिर्फ एक ही इंग्लिश खिलाड़ी (जेम्स ऐंडरसन) पार कर सका। अपने करियर के खराब दौर के बावजूद, बॉथम ने 1992 विश्व कप में 16 विकेट लिए और इंग्लैंड को फाइनल तक पहुंचाने में बेहद अहम भूमिका निभाई। करियरः 1976-1992 टेस्टः 102 मैच, 383 विकेट, 28.40 का औसत, 56.9 का स्ट्राइक रेट, 5 विकेटों के 27 स्पेल, 10 विकेटों के 4 स्पेल, 33.54 के औसत और 60.71 के स्ट्राइक रेट के साथ 5200 रन, 14 शतक, 22 अर्धशतक वनडेः 116 मैच, 145 विकेट, 28.54 का औसत, 3.96 इकॉनमी रेट, 23.21 के औसत के साथ 2113 रन, 79.10 का स्ट्राइक रेट, 9 अर्धशतक