नेपियर में दूसरा टेस्ट ड्रॉ कराने के बाद भारत ने तीसरे टेस्ट की पहली पारी में 379 रन बनाए। इसमें तेंदुलकर (62), भज्जी (60) और कप्तान धोनी (52) के अर्धशतकों का योगदान रहा। गेंदबाजी में भी भारत ने कमाल किया और कीवी टीम को पहली पारी में सिर्फ 197 रन ही बनाने दिए। इस प्रदर्शन के हीरो रहे जहीर खान (5 विकेट) और हरभजन सिंह (3 विकेट)। दूसरी पारी में सहवाग जल्द ही विकेट गंवा बैठे और इसके बाद द्रविड़ और गंभीर ने दूसरे विकेट के लिए 170 रन जोड़े। गौतम ने अपना बेहतरीन प्रदर्शन जारी रखते हुए सीरीज का दूसरा शतक जमा डाला। गंभीर ने 257 गेंदों पर 167 रन बनाए और भारत ने 434/7 के स्कोर पर पारी घोषित कर दी। अब मेजबान टीम के पास 507 रनों का लक्ष्य था। हालांकि, रॉस टेलर, मार्टिन गप्टिल, जेम्स फ्रैंकलिन और कप्तान विटोरी की बदौलत कीवी टीम मैच ड्रॉ कराने में कामयाब रही। भारत ने 1-0 से सीरीज जीत ली। 1968 के बाद न्यूजीलैंड में यह भारत की पहली सीरीज जीत थी।