भारत के लिए दौरा काफी अच्छा साबित हो रहा था, क्योंकि 5 मैचों की सीरीज में टीम 3 मैच जीत चुकी थी। चौथे वनडे में भारत ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। भारत को पहला झटका लगा और सहवाग 5 रन बनाकर आउट हो गए। हालांकि, इसका गंभीर पर कोई फर्क नहीं पड़ा और उन्होंने श्रीलंकाई गेंदबाजी को अपनी टाइमिंग और फुटवर्क से खूब छकाया। कप्तान धोनी ने गंभीर का साथ दिया और दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 188 रन जोड़े। धोनी के आउट होने के बाद भारत ने युवराज और इरफान पठान के विकेट भी जल्द ही गंवा दिए, लेकिन गंभीर ने अपनी लय और खेल जारी रखा। गंभीर 150 रनों पर पहुंचे और भारत ने 300 रनों का आंकड़ा पार कर लिया। इसके बाद मुरलीधरन ने गंभीर को अपना शिकार बनाया और साथ ही वनडे में 502 विकेट के वसीम अकरम के रिकॉर्ड को तोड़ डाला। भारत ने 333 रनों का लक्ष्य रखा और जवाब में श्रीलंकाई टीम सिर्फ 265 रन ही बना सकी। गंभीर को उनके प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच भी चुना गया।