श्रीलंका के खिलाफ 5 मैचों की वनडे सीरीज में भारत 2-1 से आगे था। चौथा मैच था ईडन गार्डन्स में। 2007 में भारत-पाकिस्तान टेस्ट मैच के बाद यह इस मैदान पर पहला मैच था। इत्तेफाक से इस मैदान पर पिछला वनडे भी भारत और श्रीलंका के बीच ही खेला गया था। श्रीलंकाई कप्तान कुमार संगाकार ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया। उपुल थरंगा (118) और संगकारा (60) की पारियों की बदौलत श्रीलंका ने भारत को 316 रनों का लक्ष्य दिया। भारत की शुरूआत बेहद खराब रही और पहले 4 ओवरों में टीम ने सहवाग और तेंदुलकर के विकेट गंवा दिए। गंभीर और कोहली ने टीम को उबारा। गंभीर आक्रामक खेल दिखा रहे थे और श्रीलंकाई गेंदबाजों पर हावी हो रहे थे। दोनों ने मिलकर तीसरे विकेट के लिए 224 रन जोड़े और वनडे में तीसरे विकेट के लिए यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी थी। कोहली (107) ने इस मैच में अपना पहला वनडे शतक जमाया। कोहली के आउट होने के बाद गंभीर ने और तेजी से रन बटोरना शुरू किया और वह वनडे में दूसरी बार 150 रनों के आंकड़े तक पहुंचे। भारत ने 9 गेंद शेष रहते ही मैच जीत लिया। मैच जिताने के बाद अभी गंभीर का दिल जीतना बाकी था। उन्होंने अपना मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड विराट कोहली को दिया।