#9 महेंद्र सिंह धोनी – ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 44* रन (ऐडिलेड - 2012)
अक्सर महेंद्र सिंह धोनी की तारीफ मैदान पर उनके असाधारण धैर्य के लिए भी होती है। 12 फरवरी, 2012 को सीबी ट्राई-सीरीज के दौरान धोनी ने एकबार फिर साबित कर दिखाया कि वह इस तारीफ के सही हकदार हैं। टेस्ट सीरीज में भारत 4-0 से करारी हार झेल चुका था। वनडे सीरीज में भारत ने एक मैच जीता था और एक हार गया था। तीसरे मैच में भारत और ऑस्ट्रेलिया आमने-सामने थे। बोलर्स ने अच्छा प्रदर्शन किया और ऑस्ट्रेलिया को 269 पर समेट दिया। जवाब में भारत ने अच्छी शुरूआत की, लेकिन विकेट गिरते रहे। जब धोनी मैदान पर आए, तब भारत 178/4 पर था। धोनी के बाद अब कोई बड़ा बल्लेबाज नहीं बचा था, इसलिए धोनी लगातार स्ट्राइक बदलते रहे। धोनी ने सुरेश रैना (38) के साथ धैर्यवान साझेदारी की। रैना के आउट होने के बाद सारा दबाव धोनी के ऊपर आ गया। भारत को अब 23 गेंदों में 31 रन चाहिए थे। धोनी डंटे रहे। जीत के लिए आखिरी ओवर में 13 रन चाहिए थे। स्ट्राइक पर अश्विन थे और उन्होंने पहली गेंद मिस कर दी। दूसरी गेंद पर अश्विन ने एक रन लेकर स्ट्राइक धोनी को दी। फिर क्या, कमान विश्व क्रिकेट के सबसे बेहतरीन फिनिशर के हाथों में थी। धोनी ने आते ही लॉन्ग-ऑन पर एक लंबा छक्का लगा दिया। भारत के खाते में मैच आ गया और धोनी के खाते में फैन्स का भरोसा।