#5 महेंद्र सिंह धोनी – वेस्टइंडीज के खिलाफ 95 रन (किंगस्टन - 2009)
2009 में भारत, वेस्टइंडीज के दौरे पर था। मौका था दूसरे वनडे का। भारत ने टॉस जीतकर, पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया, लेकिन टीम की शुरूआत खराब रही। भारत ने दूसरा ओवर खत्म होने से पहले ही महज 7 रनों पर अपने 3 विकेट गंवा दिए। अब बारी थी महेंद्र सिंह धोनी की। गेंदबाजों को अच्छा स्विंग मिल रहा था, इसलिए धोनी ने बड़ी सावधानी से पारी को आगे बढ़ाया और अपना विकेट बचाकर रखा। युवराज सिंह (35) के साथ धोनी धीरे-धीरे टीम को एक अच्छे स्कोर तक ले जाने की कोशिश में लगे हुए थे। दोनों के बीच 47 रनों की साझेदारी के बाद विकेटों का गिरना फिर शुरू हो गया। 22वें ओवर तक भारत 82 रन बनाकर 8 विकेट खो चुका था। ऐसा लग रहा था कि भारत का स्कोर 100 का आंकड़ा भी नहीं छू पाएगा। धोनी की कोशिश जारी रही और उन्होंने भारत को 188 रनों के स्कोर तक पहुंचाया। आखिरी विकेट धोनी का ही गिरा और उन्होंने 95 रन बनाए। हालांकि भारत मैच हार गया, लेकिन धोनी की यह पारी विदेशी जमीन पर उनकी सर्वश्रेष्ठ पारियों में शुमार है।