#8 राहुल द्रविड़ - पाकिस्तान के खिलाफ 103 रन (फैसलाबाद - 2006)
इस बात में कोई दोराय नहीं हो सकती है, राहुल द्रविड़ भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतिहास के मसीहाई खिलाड़ियों में शुमार होते हैं। उनकी कप्तानी को हमेशा कम आंका गया, लेकिन आंकड़े कभी झूठ नहीं बोलते। कप्तानी के कार्यकाल के दौरान द्रविड़ का औसत 60 से अधिक का रहा है। इतना ही नहीं, अपने वक्त में वह विदेशी पिचों पर भारत के सबसे जिम्मेदार खिलाड़ी रहे और उन्होंने अपनी क्षमता को कई बार साबित किया। हाल में टीम को अंडर-19 विश्व कप में जीत दिलाने के बाद द्रविड़ ने एक बार फिर आलोचकों को गलत साबित करते हुए, अपनी नेतृत्व क्षमता को परोक्ष रूप से साबित करके दिखाया। साल 2006 की शुरूआत में भारत ने पाकिस्तान का दौरा किया। पहले टेस्ट में द्रविड़ 128 रनों की धमाकेदार पारी खेल चुके थे। दूसरे टेस्ट में उनका इरादा अपने प्रदर्शन को दोहराने का था। दूसरे टेस्ट की पहली पारी में पाकिस्तान ने 588 रनों का मजबूत स्कोर खड़ा किया और भारत के ऊपर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन विरोधी टीम के मनसूबों को अपने धैर्य और इरादे से जो बड़ी आसानी से डिगा दे, उसी का नाम है द्रविड़। द्रविड़ अपनी तरह का खेल पूरे आत्मविश्वास से खेल रहे थे। उन्होंने 103 रनों की बेहतरीन पारी खेली। यह द्रविड़ का 23वां शतक था। द्रविड़ के बाद धोनी ने 148 रनों की बेहद आक्रामक पारी खेली और भारत ने 603 रनों का स्कोर खड़ा किया। मैच ड्रॉ रहा।