क्रिकेट में छक्का मारना कभी भी आसान नहीं होता। अक्सर यह कहा जाता है कि बल्लों के बड़े और बाउंड्रीज के छोटे होने से कोई भी आसानी से छक्का मार सकता हैं, लेकिन टी-20 क्रिकेट में एक अच्छे गेंदबाज के सामने बड़ा शॉट खेलने के लिए काफी दम लगता हैं। आज के दौर में काफी बिग हिटर हैं, पर उनमे से सारे कंसिस्टेंट नहीं हैं। शाहिद अफरीदी और महेंद्र सिंह धोनी से अच्छे छक्के कोई नहीं लगा सकता, लेकिन दोनों ही कंसिस्टेंट नहीं हैं। तो सबसे कंसिस्टेंट सिक्स हिटर कौन हैं? टी-20 में किस बल्लेबाज़ की छक्के मारने की औसत सबसे अच्छी हैं? और क्या इसमे कोई भारतीय शामिल हैं? आइये नज़र डालते हैं 10 ऐसे बल्लेबाजों पर जिनका सिक्स मारने का अनुपात प्रति पारी अच्छा हैं: 10- मार्लन सैमुअल्स ( 44 पारियों में 48 छक्के ) इस लिस्ट में 10वें नंबर पर हैं वेस्ट इंडीज के मार्लन सैमुअल्स। सैमुअल्स की प्रति पारी छक्का मारने की औसत 1.09 की हैं। हालांकि वो बाकी वेस्ट इंडीज के बल्लेबाजों की तरह शुरू में ही बड़े शॉट मारना शुरू नहीं कर देते हैं, उन्हें शुरुआत में थोड़ा समय लगता हैं सेट होने में, पर जब वो एक बार सेट हो जाते हैं, तो वो काफी बड़े शॉट खेल सकते हैं। वेस्ट इंडीज की टीम अब तक दो बार आईसीसी वर्ल्ड टी-20 जीत चुकी है और दोनों बार टीम को मार्लोन सैमुल्स ने ही जिताया हैं। हालांकि उनका रिकॉर्ड इस फॉर्मेट में इतना अच्छा नहीं हैं। उनकी औसत 30 के नीचे की है और उनका स्ट्राइक रेट भी 120 का ही हैं, जोकि आप किसी भी बड़े हिटर से उम्मीद नहीं करते। 9- मोहम्मद शहजाद (48 पारियों में 55 छक्के ) मोहम्मद शहजाद एक ऐसे खिलाड़ी हैं, जिसकी वजह से अफगानिस्तान एसोशिएट देशों में सबसे अच्छी टीम हैं और उनका प्रदर्शन भी हमेशा अच्छा रहता हैं। शहजाद एक हार्ड हिटिंग बल्लेबाज़ हैं और वो अपनी टीम के लिए ओपनिंग भी करते हैं। उन्होने इस साल आईसीसी वर्ल्ड टी-20 में भी कुछ शानदार पारियाँ खेली और उन्होने सबका दिल भी जीता। वो अपनी छक्के मारने की काबिलियत के कारण इस लिस्ट में 9वे नंबर हैं, उन्होने अपने करियर में 48 पारियों में 55 छक्के लगाए हैं और उनकी प्रति इनिंग्स औसत भी 1,14 हैं। उनकी उम्र सिर्फ 28 साल हैं और वो अभी भी काफी बिग हिटिंग कर सकते हैं। अगर जिस फॉर्म में वो अभी हैं, अगर वो उस फॉर्म को आगे ले जा सके, तो वो इस लिस्ट में और ऊपर जा सकते हैं। 7- डेविड वॉर्नर (61 पारियों में 74 छक्के) डेविड वॉर्नर के लिए यह साल काफी यादगार रहा हैं। ऑस्ट्रेलिया ने इस बीच टी-20 में काफी अच्छा नहीं किया है, लेकिन इस बीच वॉर्नर की फॉर्म शानदार रही हैं। उन्होने अपनी बल्लेबाज़ी से सनराइजर्स हैदरबाद को पहली बार आईपीएल का खिताब जिताया और अपनी बिग हिटिंग का भी नमूना पेश किया। उन्होंने अपने करियर में 61 पारियों में 74 छक्के लगाए हैं और उनकी प्रति पारी छक्का मरने की औसत 1.21 की रही हैं। वो इस लिस्ट में शामिल 3 ऑस्ट्रेलियन में से पहले ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ी हैं। वो आज के समय के समय के सबसे कंप्लीट प्लेयर हैं, लेकिन उन्हें अभी बहुत लंबा सफर तय करना हैं। 7- कॉलिन मुनरो (25 पारियों में 31 छक्के) मुनरो ने अपना इंटरनेशनल क्रिकेट में आगाज 2012 में किया था। वो 2015-16 तक टीम के नियमित सदस्य नहीं थे, पर उन्होने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम में जगह बनाई और अब को टीम के लिए टी-20 में नंबर 3 पर खेलते हैं। हालांकि उन्होने अबतक सिर्फ 25 पारियाँ ही खेली हैं, जिसमे उन्होने 500 रन बनाए हैं और उसमे 31 छक्के भी शामिल हैं। उनका प्रति इनिंग्स छक्के मरने की औसत 1.24 हैं। उनके खतरनाक बल्लेबाज़ी की झलक तो श्रीलंका ने ईडन पार्क में देखी था, जहां उन्होने न्यूज़ीलैंड की तरफ से सबसे तेज़ अर्धशतक लगाया था। 6- मार्टिन गुप्टिल(59 पारियों में 76 छक्के) इस लिस्ट में एक और न्यूज़ीलैंड का खिलाड़ी और वो भी छटे स्थान पर। मार्टिन गुप्टिल टेस्ट क्रिकेट में इतना अच्छा नहीं कर पाए हैं, लेकिन उन्होने पिछले 18 महीनों में खुद को लिमिटिड ओवर्स में खतरनाक ओपनर के तौर पर पेश किया हैं। उन्होने 59 पारियों में 76 छक्के लगाए हैं और उनकी प्रति पारी छक्के मरने की औसत 1.29 हैं। वो टॉप 5 में जगह बनाने से चूक गए। हालांकि जिस फॉर्म में वो अभी हैं, ऐसा लगता नहीं उन्हें ज्यादा वक्त लगेगा, इस लिस्ट में ऊपर जाने में। 5- ब्रेंडन मैक्कलम (70 पारियों में 91 छक्के) इस लिस्ट में 5वे नंबर पर आते हैं, न्यूज़ीलैंड के पूर्व कप्तान ब्रेंडन मैककुलम। न्यूज़ीलैंड की टीम ने हाल ही में काफी अच्छा किया हैं और उसके पीछे का एक कारण यह खतरनाक बल्लेबाज़ भी हैं। उनकी कप्तानी और जज़्बे से टीम ने काफी प्रगति की। अब वो रिटायर हो चुके हैं, उनके जाने से टीम ने ना सिर्फ एक अच्छा कप्तान खो दिया, बल्कि एक ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ भी। उनके नाम 70 पारियों में 91 छक्के हैं और उनकी प्रति पारी छक्के मारने की औसत 1.3 की हैं। वो टी-20 की हिस्ट्री में सबसे ज्यादा छक्के मारने की लिस्ट में वो दूसरे नंबर हैं। 4- युवराज सिंह (48 पारियों में 71 छक्के) इस लिस्ट में चौथे नंबर हैं युवराज सिंह, जो इस पूरी लिस्ट में इकलौते भारतीय बल्लेबाज़ भी हैं। हालांकि युवी ने 2016 में ही टीम में वापसी की हैं, लेकिन क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट में उनका रिकॉर्ड शानदार रहा हैं। वो क्रिकेट बॉल के क्लीन हिटर में से हैं। उनके नाम 48 पारियों में 71 छक्के दर्ज हैं और उनकी प्रति पारी छक्के मारने की औसत भी 1.48 की हैं। वो नंबर तीन पोजीशन पर आने से कुछ डेसिमल से चूक गए। उनके छक्के मारने की काबिलियत पर कोई भी शक नहीं कर सकता। उम्र उनके साथ नहीं हैं, फिर भी वो सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में से हैं। 3- शेन वॉटसन (56 पारियों में 83 छक्के) शेन वॉटसन के युवराज से ज्यादा छक्के हैं, लेकिन वो इस लिस्ट में युवी से इसलिए ऊपर हैं क्योंकि उनका प्रति पारी छक्के मारने की औसत युवराज से अच्छी है। उनकी औसत जहां 1.482 है, तो वही युवी की 1.479 हैं। वो इस जनरेशन के सबसे अच्छे ऑल राउंडर में से एक हैं, हालांकि वो अपने पूरे करियर में चोट से परेशान रहे। उन्होंने अपने करियर में 56 पारियों में 83 छक्के लगाए हैं और उनकी औसत 1.48 की रही हैं। यह दिखाता हैं कि उन्हें शॉर्ट फॉर्मेट में खेलना कितना पसंद हैं। हालांकि वो इस लिस्ट में ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे ऊपर नहीं हैं। 2- एरोन फिंच (28 पारियों में 42 छक्के ) इस लिस्ट में सबसे अच्छे ऑस्ट्रेलियन बल्लेबाज़ हैं एरोन फिंच, जो इस लिस्ट में दूसरे स्थान पर हैं। उन्हें टी-20 में 1,000 रन पूरे करने के लिए सिर्फ 26 रनों की और दरकार हैं। उनकी औसत भी 40 की हैं । वो टीम के लिए लगातार रन बना सकते हैं। उन्होने अपने करियर में 28 पारियों में 42 छक्के लगाए हैं और उनकी प्रति पारी छक्के मारने की औसत रही हैं 1.5 की। वो अभी नंबर एक पोजीशन से काफी पीछे हैं, लेकिन जिस फॉर्म में वो हैं, ऐसा लगता हैं कि वो कभी न कभी इस मुकाम पर ज़रूर पहुंचेगे। 1- क्रिस गेल (47 पारियों में 98 छक्के) इस लिस्ट में सबसे ऊपर हैं, 2.08 की औसत के साथ क्रिस गेल। उनके नाम टी-20 क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्के मारने का भी रिकॉर्ड हैं। उनके नाम 47 पारियों में 98 छक्के हैं। वो वेस्ट इंडीज के सबसे खतरनाक ओपनर में से हैं। वो इस लिस्ट में शामिल बाकी खिलाड़ियों से बहुत आगे हैं। उनकी औसत प्रति गेम 2 से ज्यादा हैं, जिन खिलाड़ियों ने 25 से ज्यादा गेम खेले हो। इस लिस्ट में जो औसत रही हैं, वो हैं 1.5 के ऊपर की। बिना कोई शक के इस फॉर्मेट में वो सबसे अच्छे बल्लेबाज़ हैं। लेखक- श्रीहरी, अनुवादक- मयंक महता